हमनें बूढ़ा होने का राज खोज लिया है।
हम उदास है ! फिर भी जीना चाहते है।
यह रहस्य भारत में खोजा गया है।
धन हाथ कि मैल है
हमनें तिजोरिया भर रखी है।
प्रेम के बिना जीवन संभव नहीं है
हमनें समाज को नैतिक बंधनो से बांध दिया है।
मनुष्य कर्म से महान बनता है
हमनें जन्म से भेदभाव बनाया है।
विचारों में यह द्वंद्व , स्मृतियों का बोझ ही तो बूढ़ा बना देता है।
यह रहस्य हमनें ही खोजा है।।