इन दिनों फ़कत मुखौटे लगाए हर कोई अदाकार है,
आखिर किसको अपना माने न जाने कितने यहाँ किरदार हैं.....
उसे खिलौनों से बढ़कर फिक्र है घर के रोटी की,
हमारे जमाने के बच्चे जन्म से ही बूढ़े और जवाबदार पैदा हुए हैं....!!!