गुरु पद नही 'पथ' हैं,गुरु शरीर नही 'तत्व' हैं,गुरु नाम नही 'महिमा' हैं,गुरु व्यक्ति नही 'विचार' हैं-
यह पथ कभी भ्र्ष्ट नही हो सकता,
यह तत्व कभी समाप्त नही हो सकता,
यह महिमा कभी मिथ्था नही हो सकती,
यह पावन पुनीत विचार कभी शून्य नही हो सकता।
गुरुपूर्णिमा पर्व की बधाई
#gurupurnima

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