कन्हैया के कत्ल के बाद:

निंदा की गई थी
रैली निकाली गई थी
ट्विटर ट्रेंडिंग हुई थी
मीडिया डिबेट हुई थी
आर्थिक सहायता दी गयी थी
फांसी देने की मांग की गई थी
फेसबुक पोस्ट लिखा गया था
अखबारों में भी लेख छपा था

लेकिन उसके बाद भी कई हिंदू मारे गए

कठोर कानून ही जिहाद का स्थाई इलाज है