सुनु दसकंठ कहउँ पन रोपी। बिमुख राम त्राता नहिं कोपी॥ संकर सहस बिष्नु अज तोही। सकहिं न राखि राम कर द्रोही ॥4॥
Listen, O ten-headed Raavan, I tell you on oath: even thousands of Shankar, Vishnu and Brahma cannot protect the one who is enemy of Shree Ram.
Happy Vijayadashami 🙏