आप न होते तो कौन प्रभु श्री राम से हमारा परिचय करवाता..
आप न होते तो कौन हम पर राम-रतन-धन लुटाता!
आप न होते तो भारत के अंतर्मन में राम जैसी पवित्रता और शुचिता न होती..
आप न होते तो छंद न होते, कविता न होती।
आदिकवि, महर्षि वाल्मीकि को उनकी जयंती पर शत-शत-नमन!
#valmikijayanti