अबोध बच्चों की माँ को किसी ने अधमरा कर दिया है। दुर्घटना करने वाला इनकी कमर तोड़ कर भाग गया। ये जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो गईं। लेकिन इन्हे उसकी फ़िक्र नहीं है। बरसात के कारण हुए कचरे में घिसटते हुए बच्चों को आँचल से चिपकाने की व्याकुलता बड़ी है। कुछ संवेदनशील लोग इनकी सहायता कर रहे हैं। उसी क्रम में हम तक सूचना आयी है और हम इन्हे लेने कानपुर रवाना हो रहे हैं 🙏🏻 जय जय भोले जय हनुमंत जीव आश्रय