ना गंगा मैया साफ हुई ना यमुना जी, अरबों खरबों रुपए राजनेता और अधिकारी डकार गए, चौकीदार भी सोता रहा और पूर्व के प्रधानमंत्री भी और मुख्यमंत्री भी आचमन तो छोड़िए , डुबकी लगाने लायक भी इन नदियों को नहीं छोड़ा
कानपुर और बनारस में तो और भी बुरा हाल है
मोदी ने 2014 में कितने जोर शोर से कहा था.. मुझे तो गंगा मैया ने बुलाया है
शर्म भी तो नहीं आती गंगा मैया की झूठी कसम उठाते हुए। अरे कम से कम झूठ तो मत बोलो की गंगा जी साफ हो गई
उधर केजरीवाल भी इनका बाप है झूठ बोलने में 2013 से यमुना जी को साफ करने के वादे कर रहा है