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थोङी क्षमा मेरे लिए भी रखिए
जिससे किसी को परेशानी हो या गलत लगे तो कृपया गलत कॉमेंट ना करें अगर आपको पसंद ना है तो माफी मांग रहा हूं
#नंगापन एक संक्रामक रोग है
यह अधिकतर कामुक अभिनेत्रियों व फूहङ बालाओं द्वारा फैलाया जाता है।
जब इच्छुक नारियां इनकी नग्नता को देखती हैं
तो यह विषाणु आंखों के माध्यम से उनके हृदय तक मार करता है। उनके मन में भी वही नंगापन करने की तीव्र इच्छा मचल जाती है
#रोग_के_लक्षण
@ऐसी औरतें नंगेपन को सभ्यता, विकास आजादी, व टेलैंट समझती हैं।
@ जिस नारी में गुणों का अभाव होता है या वो मेहनत नही चाहती वो #नंगेपन का सहारा लेकर दुनिया का ध्यान आकर्षित करती है
@नंगापन सभी नग्नातुर नारियों पर समान प्रभाव डालता है। जाति पाति, ऊंच नीच, गोरी काली ,सशक्त कमजोर, शिक्षित अशिक्षित, अमीर गरीब में कोई भेदभाव नही करता
बल्कि पेट भर जाने पर और पैसे आ जाने पर , प्रसिद्धि मिल जाने पर नंगेपन से प्रभावित होने के आसार अधिक होते है
@अपनी टांगों को रोज वैक्सिंग, रेजर से चमकाती है। ब्लीच से रोएं जलाकर खाल गोरी दिखाती हैं।
2000 ₹ की पुताई के बाद मुंह दिखाने लायक बनता है
@वस्त्र ये सोच कर पहनती है शरीर दिखाना अधिक है ढकना कम हैं।
@ कुछ गे (समलैंगिक) फैशन डिजाइनर जो मर्जी पोशाक बना दें, कहीं से भी फाङ दें। इन्हे वो पहननी जरूरी होती है मातृत्व और उत्सर्जन अंगों का ढका प्रदर्शन मुख्य उद्देश्य होता है।
@ कला के नाम पर मिनी स्कर्ट पहन कर टांगे चौङी करके नाचना बहुत आवश्यक समझती हैं।
@ऐसी नारी अपनी आयु छिपाती है और पूछने पर भङक जाती है। बहनजी और माता जी शब्द इन्हे अपमान लगते हैं।
@पर पुरूषो से उम्मीद करती हैं कि वो उनको देखते ही उनका प्रशंसक बन जाए।
@ पहले इन्हे नंगेपन को फैलाने के लिए सिनेमा और मीडिया जैसे मंच की जरूरत होती थी लेकिन अब टिकटाक और अन्य एप आने से ये अपने घर से ही इस कामुकतापूर्ण अभियान को बढावा देती हैं।
@कोई इनकी हरकतों को गलत कहे तो
ये उस व्यक्ति की सोच को तुच्छ और गलत बताती है और सोच बदलने की रटी रटाई सलाह देती हैं
@हर समय नारी स्वतंत्रता और नारी शोषण के मुददे का रोना रोती हैं इसकी आङ में नंगापन फैलाती हैं।
@विवाह के बाद अक्सर कोर्ट में पाई जाती हैं तलाक और यौन शोषण के फर्जी मुकदमों में।
@ इनके बच्चे किराए की कोख से पैदा होतें हैं दर्द ममता और चीखों का सौदा होता है।
@उम्र ढलने पर तथाकथित नारी उत्थान संस्थाओं में उच्च पदों पर काबिज मिलती है
राजनेताओं की सेवा करके
और नारी को हक दिलाने के फर्जी दावे करती हैं

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