यदि मुझे पिछले 200-250 वर्षों में हुए विश्व के 10 सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं की सूची बनाने को कहा जाए तो मैं अपनी सूची में पहला नाम बाबू वीर कुंवर सिंह परमार का रखूंगा
जिस 80 वर्ष की वृद्धावस्था में लोग खाट पकड़ लेते हैं लोगों के लिए चलना फिरना दूभर होता है उस अवस्था में बाबू साहब रणभूमि में थे और रणभूमि में सिर्फ थे नहीं बल्कि आधुनिक हथियारों से लैस तत्कालीन दुनिया सबसे सशक्त ब्रिटिश सेना को बताया था कि भीष्म पितामह कोई कल्पना नहीं
बाबू साहब 1857 के एकमात्र योद्धा थे जिन्हें ब्रिटिश साम्राज्य एक भी युद्ध में पराजित नहीं कर पाया उसे 80 वर्ष के जवान से लगातार सात युद्धों में मात खानी पड़ी...नमन