पड़ोसन का नीला दुपट्टा
मोहल्ले में नई बहुत ही खूबसूरत और जवान पड़ोसन रहने आई😀
और उस ने धीरे धीरे मोहल्ले के घरों में आना जाना शुरू किया....
एक दिन वह पड़ोसन सब्ज़ी वाले की दुकान पर वर्मा जी को मिली😀
उसने खुद आगे बढ़कर वर्मा जी को नमस्ते किया😀 वर्मा जी को अपनी क़िस्मत पर बड़ा गर्व हुआ😀पड़ोसन बोली:- वर्मा जी,बुरा ना मानें तो आपसे कुछ समझना था.... 🤔
वर्मा जी तो ख़ुशी से पगला ही गए😀वजह ये भी थी कि पड़ोसन ने आम अनजान औरतों की तरह भैय्या नहींं कहा था,बल्कि वर्मा साहब कहा था !
वर्मा जी ने बड़ी मुश्किल से अपनी ख़ुशी छुपाते हुए बड़े प्यारे अंदाज़ में जवाब दिया:- जी बताइए !
पड़ोसन ने कहा:- मेरे पति अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं,मैं इतनी पढ़ी लिखी नहीं हूं🤔 इसलिए स्कूल में बच्चों के दाखिले के लिए आपके साथ की ज़रुरत थी !🤔
वो आगे बोली:- यूं सड़क पर खड़े होकर बातें करना ठीक नहीं है,इसलिए अगर आपके पास वक़्त हो तो मेरे घर चल कर कुछ मिनट मुझे समझा दें,ताकि मैं कल ही बच्चों का दाखिला करा दूँ !🤔
ख़ुशी से पगले हुए वर्मा जी कुछ मिनट तो क्या सदियां बिताने को तैयार थे😀
उन्होंने फ़ौरन कहा:- जी ज़रूर,चलिए !
वर्मा जी पड़ोसन के साथ घर में दाखिल हुए😀अभी सोफे पर बैठे ही थे कि बाहर किसी स्कूटर के रुकने की आवाज़ आई.... 😀
पड़ोसन ने घबराकर कहा:- हे भगवान......🤔
लगता है मेरे पतिदेव आ गए🤔
उन्होंने यहाँ आपको देख लिया तो वो मेरा और आपका दोनों का खून ही कर डालेंगे,कुछ भी नहीं सुनेंगे🤔
आप,आप एक काम कीजिये वो सामने कपड़ों का ढेर है, आप ये नीला दुपट्टा सर पर डाल लें और उन कपड़ों पर इस्त्री करना शुरू कर दें😀
मैं उनसे कह दूँगी कि प्रेस वाली मौसी काम कर रही है😀
वर्मा जी ने जल्दी से नीला दुपट्टा ओढ़कर शानदार घूंघट निकाला😀 और उस कपडे के ढेर से कपडे लेकर प्रेस करने लगे.....😀
तीन घंटे तक वर्मा जी ने ढेर लगे सभी कपड़ों पर इस्त्री कर डाली...😀
आखरी कपडे पर इस्त्री पूरी हुई तब तक पड़ोसन का खुर्रांट पति भी वापस चला गया था😀
पसीने से लथपथ और थकान से निढाल वर्मा जी दुपट्टा फेंक कर घर से बाहर भागे😀
अभी वो निकल कर चार क़दम चले ही थे कि सामने से उनके पडोसी दुबे जी आते दिखाई दिए....
वर्मा जी की हालत देख कर दुबे जी ने पूछा:- कितनी देर से अंदर थे❓😀
वर्मा जी ने कहा:- तीन घंटों से..😭
क्योंकि उसका पति आ गया था,इसलिए तीन घंटों से कपड़ों पर इस्त्री कर रहा था !😭
दुबे जी ने आह भर कर कहा:- जिन कपड़ों पर तुमने तीन घंटे घूंघट निकाल कर इस्त्री की है उस कपड़ों के ढेर को कल मैंने चार घंटे बैठ कर धोया था 😎
क्या तुमने भी नीला दुपट्टा ओढ़ा था❓😀
😀😀😀