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वीर बाल दिवस पर PM मोदी ने भारत के सबसे क्रूर मुगल बादशाह औरंगजेब पर ऐसा क्या बोला कि twitter पर ट्रेंड हुआ?

जानिए वीर बाल दिवस पर मोदी ने ऐसा क्या बोला?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में बोलते हुए औरंगजेब की खिंचाई कर दी। उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह और उनके लोग तलवार के बल पर गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म परिवर्तन करना चाहते थे। मोदी के भाषण के कुछ देर बाद ही ट्विटर पर औरंगजेब ट्रेंड करने लगा था।

इतिहास से लेकर किवदंतियों तक...
मोदी ने कहा-इतिहास से लेकर किंवदंतियों तक, हर क्रूर चेहरे के सामने महानायकों और महानायिकाओं के भी एक से एक महान चरित्र रहे हैं। लेकिन ये भी सच है कि, चमकौर और सरहिंद के युद्ध में जो कुछ हुआ, वो ‘भूतो न भविष्यति' था। एक ओर धार्मिक कट्टरता में अंधी इतनी बड़ी मुगल सल्तनत,
दूसरी ओर, ज्ञान और तपस्या में तपे हुए हमारे गुरु, भारत के प्राचीन मानवीय मूल्यों को जीने वाली परंपरा! चमकौर और सरहंद की लड़ाई वास्तव में अविस्मरणीय है। ये 3 शताब्दी पहले हमारी भूमि पर हुआ था। लेकिन अतीत इतना पुराना नहीं है कि भुला दिया जाए। इन सभी के बलिदानों को हमेशा याद रखा जाएगा।

औरंगेज की बालकों से क्या दुश्मनी थी?
मोदी ने कहा-एक ओर आतंक की पराकाष्ठा, तो दूसरी ओर आध्यात्म का शीर्ष ! एक ओर मजहबी उन्माद, तो दूसरी ओर सबमें ईश्वर देखने वाली उदारता! इस सबके बीच, एक ओर लाखों की फौज, और दूसरी ओर अकेले होकर भी निडर खड़े गुरु के वीर साहिबजादे! ये वीर साहिबजादे किसी धमकी से डरे नहीं, किसी के सामने झुके नहीं। अगर हमें भारत को भविष्य में सफलता के शिखरों तक लेकर जाना है, तो हमें अतीत के संकुचित नजरियों से भी आज़ाद होना होगा। इसलिए, आजादी के 'अमृतकाल' में देश ने 'गुलामी की मानसिकता से मुक्ति' का प्राण फूंका है। उस दौर की कल्पना करिए! औरंगजेब के आतंक के खिलाफ, भारत को बदलने के उसके मंसूबों के खिलाफ, गुरु गोविंद सिंह जी पहाड़ की तरह खड़े थे।

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