2016 में ओलंपिक गेम्स ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में होने थे.....
रेसलिंग में भारत की ओर से उत्तर प्रदेश के पहलवान नरसिंह यादव का चयन ट्रायल के बाद हुआ था....
लेकिन हरियाणा का ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार अपने पिछले रिकॉर्ड के आधार पर बिना ट्रायल के ओलंपिक में जाने का दबाव रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर बना रहा था....
फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने नरसिंह यादव का पक्ष लिया और साफ कह दिया कि जो ट्रायल में जीतेगा वो ही ओलंपिक खेलेगा....
सुशील कुमार को ट्रायल में नरसिंह यादव से भिड़ने को कहा गया....
सुशील हार के डर से नरसिंह यादव से मुकाबला करने से इन्कार कर दिया....
ओलिंपिक से पहले नरसिंह यादव हरियाणा के छत्रसाल स्टेडियम में ही प्रैक्टिस कर रहे थे....
ओलंपिक में जाने से कुछ दिन पहले ही सुशील कुमार ने Narsingh Yadav के खाने में प्रतिबंधित पदार्थ मिलवा दिया....
जिस वजह से नरसिंह यादव डोप टेस्ट में फेल हो गए.... उनपर चार साल का प्रतिबंध लगा, ओलंपिक में खेलने का सपना भी टूटा....
इस पूरे प्रकरण में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह नरसिंह यादव के साथ पूरी ताकत से खड़े रहे....
तभी से हरियाणा लॉबी, जो की रेसलिंग फेडरेशन में काफी दबंग है वो बृजभूषण शरण सिंह के पीछे पड़ी है....
अभी कुछ दिन पहले बृजभूषण शरण सिंह ने एक बाबा के घी को नकली बताया था,
वो बाबा भी हरियाणा का है,
और जो खिलाड़ी जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं वो सब भी हरियाणा के हैं,
घी वाले बाबा के इशारे पर हरियाणा लॉबी बृजभूषण शरण सिंह को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्य्क्ष पद से हटाना चाहती है,
ब्रजभूषण शरण सिंह अगर इस लड़ाई में हार गए तो घी वाले बाबा का बदला भी पूरा होगा और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया में हरियाणा लॉबी की मनमानी भी चलती रहेगी....