लुधियाना, जागरण संवाददाता : रविवार सुबह सात बजे ग्यासपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के पास सुआ रोड पर सीवर से निकली हाइड्रोजन सल्फाइड गैस से 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें पांच महिलाएं और दो बच्चे भी शामिल हैं। सभी मृतक मूलरूप से उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले थे। गैस के कारण बेहोश हुए चार लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
दो लाख मुआवजा व 50 हजार सहायता राशी
डीसी सुरभि मलिक के मुताबिक, साहनेवाल थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये और उपचाराधीन को 50-50 हजार रुपये सहायता राशि दी जाएगी। सभी घायलों का उपचार सरकार कराएगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं। हर संभव मदद की जा रही है।
किसने डाला सीवर में केमिकल
डीसी सुरभि मलिक ने कहा कि एनडीआरएफ की जांच में सामने आया है कि हादसे वाली जगह पर हवा में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की मात्रा बेहद अधिक थी। सीवर में कोई केमिकल डाले जाने से यह गैस बनी होगी। यह गैस कैसे बनी, किसने और कब सीवर में केमिकल डाला इसकी जांच के लिए एडीएम स्वाति टिवाणा, नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर कुलप्रीत सिंह, एसीपी वैभव सहगल, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सुपरिंटेंडेट इंजीनियर आरके बत्रा व परमजीत सिंह और फोरेंसिक विभाग के उप निदेशक गौरव पुरी की टीम का गठन किया गया है। यह टीम सोमवार को पूरे मामले पर अपनी रिपोर्ट देगी।
सभी लोगों की मौत गैस के कारण हुई
पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग भी चेक कर रही है, ताकि पता चल सके कि सीवर में केमिकल कहां से डाला गया। सीवर की गंदगी और कुछ घरों से पानी के सैंपल भी लिए गए हैं। तीन चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया, जिसकी प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सभी लोगों की मौत गैस के कारण हुई है।