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लंबी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है..
मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब धर्मांतरण मआमले में तक़रीबन डेढ़ साल बाद आज जेल से रिहा हुए हैं। अल्लाह - जेल में बंद तमाम बेगुनाहों के लिये आसानियां फ़रमाए।

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