22 w - Translate

#भूकम्प से कोई नहीं मरता साहब। लोग मरते हैं अपनी अपनी #कोठियों को बनानी की होड़ से।
हमारे #पूर्वजों ने जो घर बनाए थे वो भूकम्प में अवश्य खिसकते थे औऱ दरारें भी पड़ती थी पर किसी की #मौत नही होती थी।
लेकिन वो वर्तमान #बिल्डिंगों की तरह धराशायी नहीं होते थे !
हमारे #पूर्वज एक सीमित जगह में सुखी से जीवन व्यतीत करके चले गए । लेकिन आज का #मानव अपना पूरा जीवन "#कोठी के ऊपर कोठी" बनाने में #बर्बाद कर देते है। !

कबीर साहेब कहते है
कहा चुनावै मेड़िया, लम्बी भीत उसार ।
घर तो साढ़े तीन हाथ, घना तो पौने चार ||

image