लव जिहाद की असली जड़ ये तथाकथित कथावाचक ही है। इनका नाम चित्रलेखा है। कथा भागवत करती है, लाखो हिन्दुओ की भीड़ इकट्ठा होने पर उन्हें इस्लाम की शिक्षा देती है। जिसने ज्यादातर महिलाये हिन्दू लड़किया होती है। इन्ही लोगो का देन है कि लव जिहाद ज्यादा हो रहा है। ये सब हिन्दू लड़कियो को जगाने के बजाय उन्हें इस्लाम के गर्त में धकेलने का कार्य कर रहे हैं।
हिन्दुओं के पैसों से कथा करती है, लेकिन आज कल ये कृष्ण कथा करने की बजाए अल्लाह मुला करने लग गई है। इन्होंने कहा जब अजान का समय हो जाए तब हिंदुओं को उनकी पूजा कथा रोक देनी चाहिए और अल्लाह ताला का ध्यान करना चाहिए...
इनसे मेरा सवाल है जो लोग 52 सेकेंड के राष्ट्रगान में नहीं खड़े हो सकते ओर कथावाचक चाहते हैं कि हम अजान के समय अपनी पूजा रोक दे...
इनकी शादी एक बड़े व्यापारी के बेटे से हुई है, लेकिन इन्होंने आज तक मांग में सिंदूर नहीं लगाया। अगर इनको भाई चारा निभाना है तो इन्होंने अपनी शादी किसी मुल्ले से क्यों नहीं की। वहा सब सामान है फूफा चाचा मामा देवर जेठ वहां भाईचारा कायम करती रमजान बनाती रोजे रखती 10-12 बच्चे पैदा करती।
लेकिन व्यास गद्दी पर बैठकर मुरारी बापू और कुछ जिहादी तत्व अल्लाह मुला कर रहे हैं। कहीं शायद इनको अरब कंट्री से पैसा मिल रहा है क्योंकि भारत में सॉफ्ट लोगो के दिमाग पर धर्मांतरण करना आसान होता है, जैसे साईं बाबा मुला था लेकिन आज उसका मंदिर बना हुआ है, आज हिन्दू पीरों की माजारो पर सिर फोड़ते है।
आज तक जो नारे आतंकी तत्व लगाते थे, ये लोग व्यास गद्दी पर बैठकर लगा रहे हैं। इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए और सबसे बड़ी बात हिन्दू इन्हे अपना तारणहार समझ बैठा है, क्योंकि कथा सुनाना इनका व्यवसाय है। जितना पब्लिक को करुण कथा सुनाएंगे उतना ही मोटा पैसा कमाएंगे।
आज पूरे भारत में गुरुकुल खुलने चाहिए और ऐसे लोग जो जिहाद करते हैं उनका पर्दाफाश होना चाहिए।🚩