18 w - Translate

जय जय सियाराम।
💐💐💐💐💐💐
मंगल भवन अमंगल हारी।
द्रवहुँ सो दशरथ अजिर बिहारी।।
मंगल भवन अमंगल हारी।
उमा सहित जेहि जपत पुरारी।।
उमा राम स्वभाव जेहि जाना।
ताहि भजन तजि भाव न आना।।
उमा कहॉ मैं अनुभव अपना।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
सत हरि भजन जगत सब सपना।

image