कितने लालची और मूर्ख हैं गिरे हुवे 👹हिन्दू 👹

सुनिये एक कथावाचक के भेष में मैले मौलाना मोरारीलाल के मुँह से भगवान श्री कृष्ण का अपमान करती कथा और इस कथा के ऐसे प्रसंग आज तक आपने दुनिया के किसी भी कथाकार के मुँह से नहीं सुनी होगी और ना ही इस कथा का जिक्र हिन्दू धर्म के किसी भी किताब में आपने पढ़ी होगी। अरबी शेखों बहाबीयों के पेट्रोडॉलर में इतनी ताक़त है कि यह मुरारीलाल हिन्दुओं को इकट्ठा करके अपने मन से बनाये हुये मनगढ़ंत प्रसंग भी आपको भागवत कथा के नाम पर सुना रहा है। सुनिये भगवान श्री कृष्ण और यदुवंश का इतिहास। राधा रुक्मणी सत्यभामा तमाम भगवान श्री कृष्ण को बार-बार डाँटती थी फटकारती थी उन्हें लज्जित करती थी। भगवान श्री कृष्ण को यह व्यक्ति बार-बार “आदमी" कह रहा है और उन्हें तुम तड़ाक तू जैसे शब्दों से सम्बोधित कर रहा है और बार-बार यह व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण को टोटल फेल टोटल फेल कह रहा है। यह आदमी (भगवान श्री कृष्ण) ने प्रतिज्ञा लिया था फिर भी यह आदमी (कृष्ण) कभी धर्म की स्थापना नहीं कर सका। द्वारिका नगरी व्यभिचार की नगरी थी भगवान श्री कृष्ण के बेटे और पूरी द्वारिका नगरी शराब में डूबी रहती थी महिलाओं का बलात्कार करती थी व्यभिचार करती थी।

ये सब सुन कर कोई कैसे चुप रह सका??? नपुंसक लोग।

व्यास पीठ पर बैठकर यह भगवान श्री कृष्ण के वंशजों को यह शराबी व्यभिचारी चोर लुटेरा कह रहा है कह रहा है कृष्ण की जनता, कृष्ण का बेटा खूब दारू पीते थे यह धूर्त फिर कह रहा है कृष्ण के बेटे बेटियाँ भरे बाज़ार में दारू पीते थे, और कृष्ण के वंशज द्वारिका नगरी में कृष्ण के राजा रहते हुये भी महिलाओं की इज़्ज़त लूटते थे दारु पीने के लिये कृष्ण के वंशज कृष्ण के राज में ही चोरी करते थे। यह धूर्त शेषनाग के अवतार भगवान बलराम को भी नहीं छोड़ रहा है भगवान बलराम को भी यह शराबी कह रहा है। और बार-बार कह रहा है धर्म की स्थापना करने वाला कृष्ण कभी द्वारिका नगरी में धर्म की स्थापना नहीं कर सका। यह बार-बार अपने भक्तों को यह बता रहा है कि भगवान श्री कृष्ण बहुत बेकार आदमी था। अब आप साज़िश समझ जाइये कि कैसे पेट्रोडॉलर के दम पर हिन्दुओं को धर्म से विमुख करके इंडोनेशिया, मॉरीशस इत्यादि जगहों पर इस्लाम फैलाया गया उन्होंने रामलीला मंडलियों को और रामलीला के दौरान राम कथा कहने वालों को पैसे देकर ख़रीद लिया और वह हिन्दुओं को इकट्ठा करके कथा के नाम पर धर्म की ग़लत व्याख्या बताने लगे हिन्दू धर्म का ग़लत चित्रण करने लगे एकदम मनगढ़ंत तरीके से लोगों को फालतू बातें बताने लगे यानी 80% काम यह कथावाचक कर देते हैं, फिर बचा हुआ 20% का काम यह तबलीगी जमात वाले और बहाबी कर देते हैं। आप सोचिये अगर इस कथा में कोई लड़की कोई महिला होगी या कोई बच्चे होंगे तब उनके दिमाग पर कितना बुरा असर होगा। वह भगवान श्री कृष्ण के प्रति कितनी गलत धारणा बना लेंगे अन्त में मैं यही कहूँगी, हे ईश्वर! इस मुरारीलाल को सद्बुद्धि देना इसे जो पैसे की हवस है उसे कभी ख़त्म मत करने देना ताकि पैसे की हवस से ही इसकी पोल यूँही खुलती रहे यह व्यास पीठ पर बैठकर हिन्दू धर्म को ख़त्म करने का सुपारी लिया है । अरब गया था तब इसको करीब दो किलो 800 ग्राम सोना और पांच करोड़ नकद मिले थे और मलेच्छों का नोकर / एजेंट बन गया।

नोट- इस कथा को सुनने वाले सारे के सारे हिन्दू दोगले ही होंगे और पक्का अपनी बहन, बेटी को बाजार में बेच कर अपना जीवन यापन करने वाले होंगे। अपनी बेटी से कोठा चलाने वाला हिन्दू ही सुनकर चुप रह सकता है इस दोगले की बकलोली अपने भगवान के प्रति क्योंकि अगर अपने धर्म के प्रति सजग होता इस कथा को सुनने वाला तो वही का वही इस कटपीसी प्रायोजित मैले मोरारी को जान से मार देता ऑन द स्पॉट...! नपुंसक 👹हिंदू । लालची मूर्ख हिंदू 😠😠😠😡😡😡। मर जा बे डोंगी 😠😡