वैसे तो मैं इस ग्राफ का उपयोग गणित में नार्मल कर्व पढ़ाने के लिए करता हूँ पर आज इसका उपयोग केजरीवाल की राजनीतिक यात्रा समझाने के लिए कर रहा हूँ ।
बंदा राजनीति में जिस तेजी से ऊपर चढ़ा उसी तीव्रता नीचे गिर गया ।
जिस तेजी से ईमानदार की छवि बनाई उसी तेजी से भ्रष्टाचारी की छवि बना ली ।
जिस तेजी से CM बना उसी तेजी से तिहाड़ी बना ।
बेचारा शीशमहल का सुख भी नही भोग पाया ।
वो अपने को क्रांतिकारी बताते हैं । क्रांति राजनीति की उम्र बहुत लंबी नही होती ।
अभी उनकी राजनीति का ढ़लान चल रहा है और अगले 5 साल ढ़लान की यात्रा चलती रहेगी । उसके बाद मायावती जी की तरह उनकी राजनीतिक यात्रा लगभग विलुप्त हो जाएगी ।