गर्व है।

चाँदनी चौक,पुरानी दिल्ली में बक़रीद में बकरों की क़ुर्बानी देने से पहले ही अपनी जेब से 11 लाख रुपये देकर 100 से ज्यादों बकरों को जैन समाज ने कटने से बचा लिया।