मक्का में सैकडो हज़ यात्रियों की मौत की खबर आ रही है,ऐसी मौतें दुखद है
पर कुछ दिन पहले जब वैष्णोदेवी जा रहे यात्रियों पर हमला हुआ था तब काफ़ी मुस्लिम पूछ रहे थे कि “भगवान बचा नहीं पाये”
तो अगर आज कोई हिंदू भी आपसे कह दे कि “अल्लाह बचा नहीं पाये” तो आपको कैसे लगेगा किसी की भी मौत पर ख़ुशी प्रदर्शित करना सनातन धर्म के विरुद्ध है लेकिन दुख होता है
जब हिंदू धर्म स्थलों पर हुई मौतों पर ये विधर्मी हंसते है,बाकी सुर्य देव पर निर्भर है,अब वही इन्हें बचा सकते हैं
जय श्रीराम 🚩