इस्लाम की खूबसूरती की एक बेमिसाल खबर भोपाल से...
एक मजाहबी लड़के ने अपनी बीवी को तलाक दे दिया, पंचायत हुई, मायके वाले आए, मौलवी बोला, पहले हलाला होगा, तब अपने पति के साथ रह सकती है। लड़का किसी के साथ अपनी पत्नी का हलाला कराने को तैयार नहीं हुआ।
मौलवी ने और पंचायत के लोगों ने दबाव बनाया की अपने तीन भाइयों में से किसी एक के साथ हलाला करा दो।
लड़के को अपने भाईयों पर भरोसा नही हुआ, की पत्नी को वापस लौटा देंगे भी या नहीं? उसने अपने जीजा के लिए हां बोल दिया, कि जीजा पर भरोसा है जीजा के साथ करा दो। हलाला हो गया दो दिन बीत गए, जीजा ने उसकी पत्नी को तलाक दे कर छोड़ा ही नहीं।
ऐसे ही महीनों बीत गए, फिर पंचायतों का दौर शुरू हुआ, जीजा ने गुस्से में आकर बोल दिया की "तलाक नही दूंगा, तलाक चाहिए तो उसकी बहन को दे दूंगा"।
अफरातफरी मच गई, ऐसे ही पंचायतें होती रही, एक दिन उसके जीजा ने पंचायत में गुस्से में उसकी बहन को तलाक दे दिया।
मामला बहुत खराब हो गया, गए थे पत्नी को छुड़ाने बहन को तलाक करा लाए। अब बहन के हलाला की बात होने लगी, तो बहन का हलाला उसके देवर से ही कर दिया गया।
देवर पहले से ही शादीशुदा था, फिर भी करा दिया गया। उधर अभी भी पंचायतें होती रही, ऐसे ही दो साल से ज्यादा समय बीत गया और एक दिन ऐसा आया के उस लड़के के जीजा ने उसकी पत्नी को तलाक दे दिया। लेकिन अब वो लड़का निकाह के लिए तैयार नहीं हुआ।
उस लड़के की ससुराल वाले उसके बाप पर दबाव डालने लगे की, या तो अपने लड़के को निकाह के लिए मनाए नही माने तो उसका बाप ही निकाह करके अपने घर में रखे।
दो महीने बाद भी लड़का नही माना तो उसका बाप निकाह कर के ले आया और आज उनके 2 बच्चे हैं।।
🤣😄 😂🤣😂🤣
जय जय राम😊
जयश्रीराम💐