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सस्ती सी एक क़मीज़ पहने एक लड़का यूपी रोडवेज़ के बस में चढ़ा कोई सीट ख़ाली नहीं थी। तो पीछे जाकर खड़ा हो गया। और फिर अचानक से फुट फुटकर रो पड़ा। जितना ख़ुद को रोकने की कोशिश करता उतना ही रोना आता। कंडक्टर ने उसे पानी पिलाई और किराया लेनें से मना कर दिया। मगर लड़का देने पर अड़ा रहा। और रोते रोते अगले स्टॉप पे उतर गया। फ़ोन पे बहन की रिंग बज रही थी। उसने उठाया और रो पड़ा कि "दीदी मेरा सेलेक्शन नहीं हुआ। कोचिंग वालों ने कहा है की मैं बड़ा टीचर नहीं बन सकता।

उधर से बहन ने डाँटा। रोना बंद करो, एक दिन तुम्हें इससे भी बड़ा बनना है अलख पांडेय। लड़का चुप हो गया। बहन की प्रेमभरी डाँट ने दावानल को शांत कर दिया।

कट टू 2022

उत्तरप्रदेश का फ़िज़िक्सवाला बना यूनिकॉर्न की खबरें तैरने लगीं। जगह जगह अलख पांडेय के इंटरव्यू होने लगे।

पर ये सबकुच्छ आसान नहीं था। अलख के पिता बेहद निश्छल हृदय थे। इसी निश्छलता में सबकुछ गँवा बैठे। घर तक बिक गया। बहन अठारह हज़ार की जॉब करती उसमे अपना, भाई का और घर का तीनों खर्च उठाती।

2016 में अलख ने यूट्यूब पर पढ़ाना शुरू किया। शुरू में सफलता नहीं मिली लेकिन एकबार मिली तो मिलती चली गई। जो कोचिंग अलख पांडेय को एक मास्टर की नौकरी पर रखने को तैयार नहीं थी। वो उन्हें करोड़ों का पैकेज ऑफर कर रही थी।
पर अलख की ज़िद्द थी। शिक्षा को गरीब बच्चों तक पहुँचाने की। अलख ने अपने दोस्तों के साथ फ़िज़िक्स वाला बनाई। और चार हज़ार में Neet और jee का कंटेंट देना स्टार्ट कर दिया। allen , goal , Akash जैसे प्रतिष्ठित संस्थान हिल गए। सबको अपना फ़ीस कम करना पड़ गया। एक बार अनअकेडमी ने फ़िज़िक्स वाला के टीचर पोच कर लिये। बच्चों ने हंगामा काट दिया। अलख पांडेय को लाइव आकर उन्हें शांत करना पड़ा।

अलख ने ऑनलाइन फ़िज़िक्स के प्रयोगों को दिखाना शुरू किया और ये इतना पॉपुलर हुआ की आज भतेरे टीचर ये कर रहे हैं।

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