12 w - Translate

जय श्री गणेश
🌺🔱🌺🔱🌺
सुवर्णवर्णसुन्दरं सितैकदन्तबन्धुरं गृहीतपाशकाङ्कुशं चतुर्भुजं त्रिलोचनं भुजङ्गमोपवीतिनं प्रफुल्लवारिजासनं भजामि सिन्धुराननम् ॥
🚩🍁🚩🍁🚩🍁🚩🍁🚩🍁🚩🍁🚩🍁🚩
अर्थ ----जो सुवर्णके समान उज्ज्वल वर्णसे सुन्दर प्रतीत होते हैं; एक ही श्वेत दन्तके द्वारा मनोहर जान पड़ते हैं; जिन्होंने हाथोंमें पाश और अंकुश ले रखा है; जो वर तथा अभय प्रदान करनेवाले हैं; जिनके चार भुजाएँ और तीन नेत्र हैं; जो सर्पमय यज्ञोपवीत धारण करते हैं और प्रफुल्ल कमलके आसनपर बैठते हैं, उन गजाननका मैं भजन करता हूँ

image