न घने जंगलों की चिंता, न गोलीबारी का भय...
आतंकियों का बहादुरी के साथ सामना करते रहे कैप्टन बृजेश थापा।
ये कैप्टन ब्रजेश थापा हैं, बेहद कम उम्र के हैं, आतंकियों से लड़ते-लड़ते बलिदान हो गए।
आतंकियों को खदेड़ तक घने जंगल तक पहुंचा दिया था, घने जंगल के बीच लिया लोहा।
2019 में सेना में भर्ती हुए थे कैप्टन ब्रजेश थापा।