जिस महिला कथावाचिका की अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण नहीं है, पिता, माता की भावनाओं को कद्र न करके एक विधर्मी से विवाह करके विधर्मी हो गई हो और हिंदु धर्म को भ्रष्ट करके इसके पतन पे लगी हुई है वह आम लोगों को क्या आध्यात्मिक मार्ग का दर्शन करवाएगी? हास्यास्पद...

शादी के समय ना मांग में सिंदूर ना माथे पर बिंदी ना गले में मंगलसूत्र, क्या आपने कभी किसी हिन्दू महिला को इस रुप मे देखा हैं?? क्या कोई हिंदू महिला अपनी शादी में #श्वेत_वस्त्र कभी धारण करती है क्या?? स्वेत वस्त्र धारण करने का मतलब हिन्दू धर्म में क्या होता है?? यह सभी लोग अच्छी तरह से जानते हैं। सुहागन रहते हिन्दू महिलाएं अपने जीवन में गलती से भी स्वेत वस्त्र धारण नहीं करती हैं क्योंकि यह विधवा की निशानी होती है।

मोहतरमा चित्रलेखा का शौहर, सही पढ़ा आपने, सूत्रों के मुताबिक चित्रलेखा का शौहर कभी चित्रलेखा का ही ड्राईवर हुआ करता था और #मुस्लिम भी है, शादी के बाद इसने अपना नाम #माधव_राज रखा, ताकि कथा बेचने में कोई दिक्कत न हो, और धंधा आराम से चलता रहे l

जो महिला खुद ही एक विधर्मी हैं वह आपको कैसे अध्यात्मिक मार्ग बता सकती हैं??

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