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सुशांत सिंह राजपूत के बारे में सबने बात की थी। लेकिन इन्हें किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। आसिफ बसरा। इनके नाम को शायद आपने पहले कभी ना सुना हो, लेकिन इनके चेहरे से आप अच्छी तरह से वाकिफ होंगे। ये एक बेहद शानदार एक्टर थे। और एक ज़िंदादिल इंसान थे। 2020 के उस मनहूस साल में एक के बाद एक दुनिया छोड़कर जा रही शानदार शख्सियतों में इनका नाम भी जुड़ा था।
12 नवंबर 2020 को आसिफ बसरा ने हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। सुशांत सिंह राजपूत के अचानक चले जाने से लगे सदमे से लोग उबर भी नहीं पाए थे, कि उनके सह कलाकार रहे आसिफ बसरा की आत्महत्या की खबर ने सिने प्रेमियों के दिल को अंदर तक झकझोर कर रख दिया था। आसिफ बसरा सुशांत के साथ फिल्म ‘काई पो चे’ में नज़र आए थे।
तो कैसे आसिफ बसरा एक्टिंग की दुनिया में आए? कैसे साइंस बैकग्राउंड का ये स्टूडेंट फिल्म इंडस्ट्री में इतना सफल हुआ? आज हम आपको आसिफ बसरा की ज़िंदगी की कहानी बताएंगे।
आसिफ बसरा का शुरूआती जीवन
आसिफ बसरा का जन्म हुआ था 27 जुलाई 1967 को महाराष्ट्र के अमरावती में। बचपन में इन्हें फिल्म कलाकारों की नकल उतारने में बड़ा मज़ा आता था। फिल्मी कलाकारों की नकल उतारने का इनका ये चस्का कब एक्टिंग के शौक और फिर जुनून में बदल गया, इन्हें खुद भी पता नहीं चला। जब ये दसवीं क्लास में थे तो स्कूल में 15 अगस्त के मौके पर हुए एक नाटक में इन्होंने भी एक्टिंग की। इनकी एक्टिंग को काफी सराहा गया। इनके पिता इन्हें इंजीनियर बनाना चाहते थे। लेकिन ये मन ही मन तय कर चुके थे, कि अब अगर कुछ बनना है, तो फिल्मों की दुनिया में ही बनना है।
ऐसे हुई आसिफ बसरा की एक्टिंग की शुरूआत
कॉलेज में दाखिला लेने के बाद भी आसिफ का एक्टिंग का शौक मरा नहीं। ये साइंस बैकग्राउंड के स्टूडेंट थे। लेकिन फिर भी कॉलेज में होने वाले नाटकों में हमेशा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे और अपने कॉलेज में काफी मशहूर भी थे। कॉलेज खत्म हुआ और इन्हें एक अच्छी नौकरी भी मिल गई। अपनी पगार का ज़्यादातर हिस्सा ये सिनेमा हॉल में फिल्में देखने और थिएटर में नाटक देखने में खर्च कर देते थे। एक दिन एक नाटक देखने के दौरान ही इनकी मुलाकात सलीम ग़ोश से हुई। सलीम ग़ोश उन दिनों थिएटर की दुनिया का एक बड़ा नाम हुआ करते थे। सलीम ग़ोश से हुई इसी मुलाकात ने आसिफ की ज़िंदगी भी बदलकर रख दी।
थिएटर में आसिफ बसरा ने बनाया बड़ा नाम
सलीम ग़ोश ने आसिफ को अपने नाटक हैमलेट में होराशिओ का रोल दिया। आसिफ ने बड़ी ही खूबसूरती के साथ ये रोल निभाया। इसके बाद आसिफ ने मर्चेंट ऑफ वेनिस नाम के एक और अंग्रेजी नाटक में काम किया। इस नाटक में भी इनकी एक्टिंग की काफी तारीफ की गई। लेकिन थिएटर में इनकी सबसे यादगार परफॉर्मेंस रही महात्मा वर्सेज गांधी नाम के नाटक में जिसे उस दौर के मशहूर एक्टर फिरोज़ खान ने प्रोड्यूस किया था। इस नाटक में आसिफ ने 5 किरदार निभाए थे। मैं भी सुपरमैन नाम के एक नाटक में इन्होंने स्पाइनल बिफिडा नाम की बीमारी के मरीज़ का किरदार निभाया था। इस किरदार में भी आसिफ बसरा को बेहद पसंद किया गया था।

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