लोअर #नत्थनपुर में एक पंचायती भूमि पर सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया। ठीक है, #सामुदायिक_भवन है और पंचायती भूमि है, सार्वजनिक भूमि है। मगर जहां भवन का निर्माण किया गया, वहां पार्किंग के लिए कोई स्थान नहीं और न जाने का कोई रास्ता! जब इस स्थिति को #mdda के सामने वहां के सम्मानित ग्राम प्रधान ने रखा और उन्होंने उनसे यह जानना चाहा कि आप सामुदायिक भवन तो बना रहे हैं, पार्किंग जगह कहां है? कहां वाहन पार्क करेंगे? सामुदायिक भवन में कहां से जाएंगे? तो MDDA ने चुप्पी साध ली। जब उन्होंने इस प्रश्न को सूचना के अधिकार के तहत संबंधित जानकारियां चाही तो घबराही हुई MDDA ने इस सामुदायिक भवन का तथाकथित स्वामित्व राजराजेश्वरी विहार लोअर नत्थनपुर नामक एक संस्था को कर दिया। प्रश्न यह है कि यह संस्था भी इस भवन का कैसे उपयोग करेगी? क्योंकि जो बुनियादी इसकी स्वीकृति सामुदायिक भवन के रूप में है। जानकारी मिली है कि यहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की नियमित शाखाएं लगती हैं, उसके लिए इस भवन और इस भवन के आगे उपलब्ध भूमि का उपयोग किया जा रहा है। यह सामुदायिक भवन न नत्थनपुर वासियों के लिए बना है, न इधर-उधर के जो रेजिडेंशियल समितियां हैं उनके लिए बना है और यह भी जानकारी मिली है कि राजराजेश्वरी समिति भी एक #rss से जुड़ी हुई समिति है तो इस प्रसंग में स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है कि "जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का", जब सरकार ही RSS की है और ऐसे बहुत सारे प्रसंग और भी हैं जिससे संघ के विषय में जो लोगों की धारणाएं हैं, उन धारणाओं पर चोट पहुंचती है। सरकार के साधनों के दुरुपयोग का इससे और कोई बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता है और इसके खिलाफ निरंतर एक मुहिम प्रारंभ कर श्री ध्यान सिंह रावत जी जब सत्ता को आईना दिखाने में सफल नहीं हुए तो अब इन तथ्यों को वह सार्वजनिक कर रहे हैं मैं भी उनके इस प्रयास उनके साथ खड़ा हूं।
#uttarakhand