मेरा रंग फाउंडेशन का वार्षिक आयोजन शनिवार, 5 अक्तूबर को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (IIC) में होगा। विषय है 'महिलाओं के प्रति हिंसा और मीडिया की भूमिका'। आज हम परिचय करा रहे हैं इस पैनल में शामिल और उसे मॉडरेट कर रही अणु शक्ति सिंह से।
दिल्ली में रहने वाली अणु शक्ति सिंह मूलतः बिहार के सहरसा ज़िले की रहने वाली हैं। वे युवा लेखिका और एक्टिव फेमिनिस्ट राइट्स एक्टिविस्ट हैं। वे सोशल मीडिया तथा अन्य साहित्यिक मंचों के जरिये विभिन्न मुद्दों पर अपनी बेबाक अभिव्यक्ति के लिए भी जानी जाती हैं। समय-समय पर उन्होंने बहुत साहस के साथ कई ऐसे विषयों को उठाया है जिन पर बात करना अब तक हिंदी समाज में टैबू समझा जाता था।
अणु शक्ति की पहचान लेखन के अलावा एक मीडिया और कम्युनिकेशन प्रोफ़ेशनल के तौर पर भी है। उन्हें बीबीसी, सुलभ इंटरनेशनल, रेडियो नीदरलैंड्स और ज़ी मीडिया के साथ काम करने का लंबा अनुभव है। 2019 में कविता के लिए बिहार के प्रतिष्ठित युवा पुरस्कार विद्यापति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सन 2021 में अपने पहले उपन्यास ‘शर्मिष्ठा’ के लिए उन्हें अमर उजाला शब्द सम्मान ‘थाप’ से सम्मानित किया गया। अणु शक्ति सिंह के अब तक दो उपन्यास ‘शर्मिष्ठा’ और ‘कित कित’ प्रकाशित हुए हैं।
अणु शक्ति की रचनाएँ आलेख, कविता और समीक्षा के रूप में दैनिक जागरण, आजकल, अहा ज़िन्दगी, समालोचन, जानकीपुल व अन्य पत्र-पत्रिकाओं में लगातार प्रकाशित होती रही हैं। इन्होंने कुछ प्रमुख प्रकाशन संस्थानों के साथ संपादन का कार्य भी किया है।