माओवाद मुर्दाबाद!
लाल आतंक...पीड़ा बस्तर की!
शहरी नक्सलियों की बैसाखी पर टिका लाल आतंक आज आखिरी सांसें गिन रहा है।
लेकिन माओवादी हत्यारों की नृशंसता की कहानी बस्तर के हर घर में सुनाई देती है।
प्रस्तुत है ऐसी ही कुछ सत्य कथाएं कहता पाञ्चजन्य का यह विशेष आयोजन।