मंगलवार के दिन #हनुमानचालिसा, #संकटमोचन और #बजरंगबाण के पाठ का बहुत महत्व होता है। इस पाठ से पहले #गणपति #अथर्वशीर्शा #मन्त्र और #नवग्रह पूजन से शुरुआत करना चाहिए। ये कई कष्टों, ग्रहो के दुशप्रभावों और शत्रुओं से रक्षा करता है। और #माँलक्ष्मी जी का श्री सूक्त,लक्ष्मी सूक्त,ऋण मोचन और कनकधारा स्तोत्र का पाठ जीवन में धन सम्भंधी समस्याओं को नही आने देता। और महादेव शिव शंकर जी के सबसे शक्तिशाली मन्त्र - #महामृत्युन्जय के पाठ से जीवन में रोगों और विकारों से सुरक्षा मिलती है। इन पाठ के बाद शुध गाय के घी और शुध जड़ीबूटीयों (जैसे गुग्गुल, नीम, सरसों, गिलोय, द्वारा निर्मित हवंन सामग्री) द्वारा पवित्र #वेदिकयज्ञ करने से इनका प्रभाव कई गुना मिलता है। आज का आधुनिक विज्ञान भी मन्त्रों और यज्ञ के प्रभावों और लाभों को मानने लगा है। पर्यावरण के कीटाणुओं को समाप्त करने में भी ये वेदिक यज्ञ बहुत कारगर सिध्द हो सकते हैं,अतह सबको जीवन में मन्त्रों की शक्ती, आयुर्वेद विज्ञान, ज्योतिष विज्ञान, योग साधना और यज्ञ विज्ञान जैसे दुर्लभ और बहुमूल्य पौराणिक विज्ञानो के महत्व को समझना चाहिये और अपने जीवन में जितना हो सके इनका पालन करना चाहिए| परमात्मा सबकी रक्षा करे और सध्बुद्धी और स्वास्थ्य बनाए रखें । प्योर वेदिक #रत्न, #रुद्राक्ष और #यज्ञ अनुसंधान केन्द्र (नोएडा, सैक्टर 49) के डायरेक्टर #श्रीविकासमेहरा जी अपने इस अनुसंधान केन्द्र में पाठ और वेदिक यज्ञ निरंतर करते रहते हैं । (01.10.2024)