मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तीनों जगह कांग्रेस के पक्ष में माहौल था। लेकिन उसके बाद राहुल गांधी आरक्षण, जातिवाद, सचिवों की जाति और पता नहीं क्या क्या नैरेटिव करने लगे। फिर जो रिजल्ट आया वो सभी ने देखा।
हरियाणा में भी कांग्रेस का पूरा माहौल था। लेकिन यहां ने जातीय जनगणना और आरक्षण लिमिट पर पूरा मुद्दा आकर रुक गया।
यही नैरेटिव कांग्रेस को बैकफायर कर गया। हरियाणा ने जातिवाद की राजनीति को नकार दिया है।