आर. प्रज्ञानानंदा और उनकी बहन वैशाली रमेशबाबू ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रचते हुए विश्व चैंपियन का खिताब जीता है। इन ग्रैंडमास्टर भाई-बहन ने अपनी बेहतरीन शतरंज प्रतिभा से न केवल देश का नाम रोशन किया, बल्कि अपने खेल के प्रति समर्पण और मेहनत से शतरंज की दुनिया में एक नई मिसाल कायम की है।
चेन्नई के इस प्रतिभाशाली जोड़ी ने 2024 में आयोजित FIDE शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। प्रज्ञानानंदा और वैशाली दोनों ने अपने खेल के सफर में कठिनाइयों का सामना करते हुए भी कभी हार नहीं मानी और अपने खेल को लगातार निखारते रहे। उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने उन्हें विश्व शतरंज के मानचित्र पर एक विशेष स्थान दिलाया है।
उनकी माँ, नागालक्ष्मी जी, ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया और उनके लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। दोनों भाई-बहन की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से कुछ भी संभव है।