अगर ऐसे अश्लील हरकतों का विरोध नहीं कर सकते तो राम, कृष्ण,सीता ,राधा एवं अनेक ज्ञानी एवं ऋषियों के देश में रहने लायक नहीं हो,विवेकानंद जैसे विदेशों में सनातन का प्रचार प्रसार किए ,हम तो ऐसे हरकतों की निंदा करते 👏
जरा सोचिए ये हिंदुस्तान है जहां की औरतें ऐसा निर्वस्त्र होकर क्या से क्या कर रही, बर्दाश्त नहीं कर सकते छी छी……
अब बॉडी के इन पार्ट पर मेहंदी या टेटू क्या फायदा.. बनवा लिये भी तो अच्छी बात है.... उसे अपने पति तक सिमित रखिये फिर घर परिवार तक सिमित रखिये...
अब दुनिया को दिखाने के लिए अधनंगा घूमना क्या शोभनीय हैं अन्यथा इसे सजाने का क्या लाभ....?
बहुत सी स्त्री मन, चरित्र, आत्मा से सुंदर होने की जगह नंगा होने में सुंदर अनुभव करता है।
समाज को क्या हो गया है....?
फिर कहते है मर्द अपनी नजरों को ठीक करें....!!
अपने विचार अवश्य दें....!!