ये बालिकाएं हेमा भील (17), विनीता भील (15) हिंदू रहना चाहती थीं!
पर पाकिस्तान में मुसलमान अधिक हैं तो काफिर अर्थात हिंदू को जीने का अधिकार नहीं देते, इसलिए इनकी जीवन लीला समाप्त कर दी।
4 वर्ष पूर्व इनकी बड़ी बहन को भी मारकर लटका दिया था।
कुरआन 9:5 कहती है, '...फिर, जब हराम महीने बीत जाएँ तो मुशरिकों (मूर्तिपूजकों) को जहाँ कहीं पाओ कत्ल करो, उन्हें पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो। फिर यदि वे तौबा कर लें और नमाज कायम करें और जकात दें (इसका अर्थ है कि वे मुसलमान बन जाएँ) तो उनका मार्ग छोड़ दो...।'
इस्लाम की शिक्षा पर चलकर वहाँ मुसलमान प्रतिदिन सैकड़ों हिंदू महिलाओं एवं पुरुषों की हत्याएं एवं बालिकाओं का अपहरण कर बलपूर्वक मुसलमान बनाकर हिंदू विहीन कर रहे हैं।