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समाज में हर तरह के लोग हैं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो महिलाओं को एक एक अलग ही निगाहों से देखते हैं और इस सब के बीच किसी महिला का 400 कुलियों के बीच कुली का काम करना
हम बात कर रहें
संध्या मारवी की मध्य प्रदेश के जबलपुर में कटनी जंक्शन पर फुर्ती से दौड़ती हुई दिख सकती हैं। वह पति की मौत के बाद से स्टेशन के प्लैटफॉर्म पर काम करती हैं। घर पर तीन छोटे बच्चों का पेट पालने की चिंता ने उन्हें यह काम करने का साहस दिया। वह पहले कुंडम से 45 किमी दूर जबलपुर जाती हैं और कटनी रेलवे स्टेशन पहुंचती हैं। 40 पुरुष कुलियों के बीच अकेली संध्या कंधे से कंधा मिलाकर अपना काम कर रही हैं #वायरल #रेलजानकारी #viraladutls #reels #railway #railfunn #kuli
#sankalp See less

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भगत सिंह की बैरक की साफ-सफाई करने वाले भंगी का नाम बोघा था। भगत सिंह उसको बेबे (मां) कहकर बुलाते थे। जब कोई पूछता कि भगत सिंह ये भंगी बोघा तेरी बेबे कैसे हुआ? तब भगत सिंह कहता, मेरा मल-मूत्र या तो मेरी बेबे ने उठाया, या इस भले पुरूष बोघे ने। बोघे में मैं अपनी बेबे (मां) देखता हूं। ये मेरी बेबे ही है।
यह कहकर भगत सिंह बोघे को अपनी बाहों में भर लेता।
भगत सिंह जी अक्सर बोघा से कहते, "बेबे मैं तेरे हाथों की रोटी खाना चाहता हूँ।" पर बोघा अपनी जाति को याद करके झिझक जाता और कहता, "भगत सिंह तू ऊँची जात का सरदार, और मैं एक अदना सा भंगी, भगतां तू रहने दे, ज़िद न कर।"
सरदार भगत सिंह भी अपनी ज़िद के पक्के थे, फांसी से कुछ दिन पहले जिद करके उन्होंने बोघे को कहा," बेबे अब तो हम चंद दिन के मेहमान हैं, अब तो इच्छा पूरी कर दे!"
बोघे की आँखों में आंसू बह चले। रोते-रोते उसने खुद अपने हाथों से उस वीर शहीद ए आज़म के लिए रोटियां बनाई, और अपने हाथों से ही खिलाई। भगत सिह के मुंह में रोटी का गराई डालते ही बोघे की रुलाई फूट पड़ी। "ओए भगतां, ओए मेरे शेरा, धन्य है तेरी मां, जिसने तुझे जन्म दिया।" भगत सिंह ने बोघे को अपनी बाहों में भर लिया।
ऐसी सोच के मालिक थे अपने वीर सरदार भगत सिंह जी...। परन्तु आजादी के 76 साल बाद भी हम समाज में व्याप्त ऊँच-नीच के भेद-भाव की भावना को दूर करने के लिये वो न कर पाए जो 88 साल पहले भगत सिंह ने किया।
महान शहीदे आज़म को इस देश का सलाम।
#sankalp

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क्या उत्तर प्रदेश पुलिस को दीपक शर्मा द्वारा जारी किए गए इस वीडियो से दंगा बढ़ाने की साजिश नहीं नजर आती

ये व्यक्ति दूसरों की मां बहन को अक्सर गंदी बाते बोलता रहता है
आखिर पुलिस ऐसे लोगों पर कार्यवाही क्यों नहीं करती

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#mithunchakraborty दादा क़ो Dadasaheb Phalke Award से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गयी !! 🏆
बहुत बहुत बधाइयाँ Mithun Chakraborty Da

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#mithunchakraborty दादा क़ो Dadasaheb Phalke Award से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गयी !! 🏆
बहुत बहुत बधाइयाँ Mithun Chakraborty Da

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