Discover postsExplore captivating content and diverse perspectives on our Discover page. Uncover fresh ideas and engage in meaningful conversations
प्रकृति के साथ छेडछाड हम इंसान ही कर रहे वो फिर जंगलों में आग हो या श्रीखंड में गंदगी फैलाना हम इंसान ही कर रहे हैं ग़लतियाँ , गलती कुछ एक इंसान करते भूगतना सब को पड़ता हैं , जंगल में आग लगी बेज़ुबान पशु-पक्षी पेड़-पौधे झुलस गए आज बाढ़ आए बहुत सारे मासूम लोगों ने जाने गवा दी बहुत सारे निर्दोष लोगों का नुक़सान हुआ और हमें बहुत दुःख हुआ रूह कंप गए देख के जिस में हमारे अपनों का भी बहुत नुक़सान हुआ हमने एक पोस्ट की थी आग को ले कर कुछ भाइयों के कॉमेंट्स आए की खुद के साथ नही हुआ तब पता चलता तो भाइयों मुझे कोई ख़ुशी नही हुए ये सब देख के , मेरा मतलब वो नही था कि जो इस हादसे का शिकार हुए उनकी गलती है, मेरा बोलने का मतलब आम जनमानस को संदेश देना है की गलत करने का परिणाम ग़लत ही होता, करता कोई बेवक़ूफ़ इंसान भूगतना सबको पड़ता इसलिए प्रकृति के साथ खिलवाड़ ना करें और तीर्थ स्थानों को मौज मस्ती का अड्ड ना बनाए ना किसी बेज़ुबान को नुक़सान पहुँचाएँ बुरा करोगे नही तो देखना भी नही पड़ेगा ,सुनने में आया है ये देवी देवतों ने पहले ही चेतावनी भी दे दी थी हम इंसानों ने अपने अहम के कारण अनदेखा किया जिस का परिणाम आज हम सब के बीच में है ,अगर किसी पीड़ित भाई बहन को मेरी पोस्ट से चोट पहुँची हो तो माफ़ी चाहता हूँ मेरा मतलब आपको चोट पहुँचना नही था ना उन लोगों के लिए थी जो हादसे का शिकार हुए , मैं देवनेगी पीड़ित परिवार के साथ हूँ और महादेव से प्रार्थना करता हूँ की पीड़ित परिवार को इस दुःख को सहन करने की हिम्मत दे जिन्होंने जान गवा दी उनकी आत्मा को शांति मिले । हर-हर महादेव । आपका अपना भाई बेटा दोस्त देवनेगी सुप्रभात दोस्तों😭🙏