#ब्राह्मण तो देश छोड़कर जा ही रहे हैं।
मैं जाति कि बात नहीं कर रहा हूँ। उसमें अब कोई रस बचा नहीं है।
ब्राह्मण शब्द का जो अर्थ है।
विद्वता, ज्ञान, अध्ययन, शिक्षा।
इस समय भारत के जो प्रसिद्ध संस्थान हैं, उनमें विदेशी कम्पनियां टूट पड़ी हैं।
सभी योग्य शोध करने वाले छात्र, IIT के इंजीनियर, IIM से विदेश जा रहे हैं।
अच्छे बच्चों का तो दो तीन संस्थान में हो रहा है।
येल यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल सामाजिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर डॉ सादिक खान ने अपने इंटरव्यू में कहा, अरब देशों की स्थिति तो यह हो गई है कि यदि भारतीय निकल जायें तो इनकी अर्थव्यवस्था कोलैप्स हो जाये।
वर्ल्डबैंक की रिपोर्ट दो दिन पहले आई है।
भारत का रेमिटेंस 100 अरब डॉलर हो गया है।
रेमिटेंस का अर्थ है, जो विदेश से भारतीय पैसा भेजते हैं।
इसमें महत्वपूर्ण यह है कि 23 अरब डॉलर अमेरिका से आये हैं। मजदूर नहीं, उच्च शिक्षा प्राप्त लोगों ने भेजे हैं।
चीन 50 अरब डॉलर पर है।
भारत को अब शोध, खोज की आवश्यकता नहीं है। वह शेष दुनिया के लिये सप्लायर बन रहा है।
हमारे एक छोटे भ्राता जैसे मित्र हैं अवनीश सिंह , आज मिलने आये थे। IIT से PHD कर रहे थे।