आपने बच्चों को संता फंटा की तरह कार्टून बनाने के बजाए उन्हें आपने धर्म ओर संस्कृति की शिक्षा दें, क्यूं कि अगर उन्हें आपने धर्म का ज्ञान होगा तोही वो आगे चल कर आपने धर्म के साथ जुड़े रहेंगे और धर्म परिवर्तन और लव जिहाद से दूर रहेंगे।
जिनके बाप दादाओं ने गुरु गोविंद सिंह जी के घोड़े की लगाम पकड़ कर तनख्वाह मांगी थी, उन्हीं के कपूत आज खालिस्तान मांग रहे हैं कोई गुरु का सिख नही मांग रहा…
तुनीषा शर्मा की मृत्यु पर बहुत तरह की बातें हो रहीं है, लोगो ने वही सब शुरू कर दिया है, कम से कम मरने वाले को श्रद्धांजलि तो शांति से दीजिए।। सच तो अभी कोई नही जानता होगा