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कुछ लोगों के साथ बहुत बुरा होता है😢
कन्नौज के विजय कुमार हमारे इटावा की जेल में सजा काट रहे थे।
वह 9 साल की सजा काटने के बाद रिहा हुए थे तो उन्हें लेने उनकी पत्नी और बेटी आई।
जब वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर लौट रहे थे तभी एक तेज़ रफ़्तार कार ने उस ऑटो में टक्कर मार दी जिसमें वह लोग बैठे थे
विजय कुमार और उनकी बेटी की इसमें जान चली गई और उनकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है।
विजय कुमार ने आज़ाद होने के बाद कितने सपने संजोए होंगे मगर अफ़सोस 😢
कुछ लोगों के साथ बहुत बुरा होता है😢
कन्नौज के विजय कुमार हमारे इटावा की जेल में सजा काट रहे थे।
वह 9 साल की सजा काटने के बाद रिहा हुए थे तो उन्हें लेने उनकी पत्नी और बेटी आई।
जब वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर लौट रहे थे तभी एक तेज़ रफ़्तार कार ने उस ऑटो में टक्कर मार दी जिसमें वह लोग बैठे थे
विजय कुमार और उनकी बेटी की इसमें जान चली गई और उनकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है।
विजय कुमार ने आज़ाद होने के बाद कितने सपने संजोए होंगे मगर अफ़सोस 😢