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जीवन के सौ वर्ष गौरव, स्वाभिमान, मेहनत और ईमानदारी से जिसने बिताए हों। जिसके दिए संस्कारों से बच्चों का शीश चमकता हो। जिसके बच्चे माँ के हर संघर्ष को जीवन मे सीख की तरह लें।
जो जब तक जिए तब तक किसी से एक गिलास पानी की भी आस न रखें...कम में भी संतोषी वो जो अपने हर कर्तव्य का पालन कर राजी खुशी देवलोकगमन करें!
ऐसी माँ सौभाग्यशाली होती हैं। जीवन से बस यही तो चाहिए हर एक माँ को। और जीवन का यही हांसिल है हर एक व्यक्ति का। हर माता पिता का।
हीरा बा को ईश्वर अपने श्री चरणों मे स्थान दें🌺
लम्हे गुज़र रहे हैं...हम खड़े हैं यूँही आईने के सामने तस्वीर बनकर...हर गुजरने वाले पल के साक्षी बनकर, हर आने वाले पलों का हौंसला बनकर, हर बीते पल की यादें बनकर...सब कुछ ठहर सा गया है।
हम भी तो ठहरें हैं अभी तक...सालों के गुजरने के बीच। अपनी पहली उपलब्धि को याद कर के आज भी मुस्कराते हैं!जब पहली बार साईकल चलाई थी क्या भूल पाएंगे कभी? तो टीचर से मिली न पहली शाबासी भूल पाए न पहली डाँट!
आज भी वहीं खड़े हैं जब किसी के मुंह से अपना नाम सुनकर अपने नाम पर प्यार आया था। वो पहला एहसास भुलाया नहीं जा सकता, न ही किसी के नाम के वो अक्षर जो कांपते हाथों से सबसे नज़र चुरा कर अपनी हथेलियों पर संजो लिए थे।
वो गाना भी नहीं जो किसी को देखकर बरबस ही मन ही मन दोहराने लगते थे...पहली बार चाँद को देखकर जब ढेर सारा प्यार उमड़ा था न ही भुलाया जा सकता है वो दर्द जब पहली बार दिल टूटने पर दोस्त के कंधे पर सर रखकर बेतहाशा रोया गया था।
हम नहीं भूल पाते कुछ भी।
हमारे अपने जो छूट गए हमेशा के लिए...वो साथ जो सदैव हाथ पकड़ने का दावा करते थे, वो बड़ी आसानी से हाथ छुड़ाकर चल दिए! न ही भूल सकते उन लोगों को जो जिंदगी का करीबी हिस्सा थे और अब बस किस्सों में शामिल होकर रह गए।
हम जीवन के उस मोड़ पर खड़े हैं जहाँ से साल दर साल हम सालों को गुजरते देख रहे हैं। खामोशी से।
गुजरने वाले साल तेरा शुक्रिया...आने वाले साल तुम्हारा स्वागत है💐💐
यही तो जीवन है।
एक बुजुर्ग आदमी बैंक गया और काउंटर पर कैशियर को रुपये 1000/- का निकासी चेक दिया
कैशियर:- सर, इतनी छोटी रकम आपको बाहर के एटीएम से निकाल लेनी चाहिए और मेरा समय बर्बाद नहीं करना चाहिए😎
बुजुर्ग आदमी:- मुझे 1000/- रुपये नकद देने में आपको क्या परेशानी है❓😎
कैशियर:- सॉरी सर,ऐसा नहीं हो सकता। आप या तो एटीएम जाएं या निकासी राशि बढ़ा दें😎
बुजुर्ग:- ठीक है,मैं न्यूनतम अनिवार्य राशि में से शेष अपने खाते से पूरी राशि निकालना चाहता हूं😎
कैशियर ने बुजुर्ग के खाते की शेष राशि की जांच की यह 80 लाख रुपए मिली 😀
कैशियर ने कहा:- अभी हमारे पास तिजोरी में इतना पैसा नहीं है,लेकिन अगर आप मुझे 80 लाख रुपये का चेक देते हैं,तो हम कल नकदी की व्यवस्था कर सकते हैं.. 🤔
बुजुर्ग:- आप मुझे अभी कितनी राशि दे सकते हैं❓😎
कैशियर(बैंक का कैश बैलेंस चेक करता है):- सर, आपको मैं सीधे 10 लाख दे सकता हूं🤔
बुजुर्ग ने 1000/- रुपये के चेक को फाड़ दिया और 10 लाख रुपये का नया चेक लिख कर कैशियर को दे दिया 😀
केशियर जब तिजोरी से कैश लेने गया तो वह बुजुर्ग ने सार्वजनिक शेल्फ से नकद जमा पर्ची निकालकर उसमें भर दी....
केशियर अंदर बैंक तिजोरी से नगदी लेकर वापस आया, 😀ध्यान से 10 लाख रुपये गिने और बुजुर्ग को देकर बोला:-
सर,आप यह राशि ले सकते हैं। अब आपको इस रुपए के ढेर को खुद घर ले जाना है😎लेकिन काउंटर छोड़ने से पहले गिन लीजिए बाद में कोई शिकायत नहीं हो....
बुजुर्ग ने उस ढेर से 500/- रुपए के दो नोट निकालकर अपने पर्स में रख लिए और बोले:-
मुझे आप पर भरोसा है बेटा,मुझे गिनने की जरूरत नहीं है😀अब,ये रहा कैश डिपॉजिट स्लिप.....9,99,000/- कृपया मेरे खाते में वापस जमा करें और मुझे एक मुहर लगी हस्ताक्षरित काउंटर फ़ॉइल दे दीजिए 😀
और हाँ,आप भी मेरी उपस्थिति में नकदी गिनें😀कैशियर बेहोश😀😀😀
शिक्षा....
वरिष्ठ नागरिकों के साथ पंगा ना लें खासकर अगर वे सेवानिवृत्त हैं क्योंकि वे अब "शेर" नहीं बल्कि "सवा शेर" हैं..... 😀😀
सभी वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानपूर्वक समर्पित