Preeti Pandey shared a post  
2 yrs

2 yrs

अहंकार का नाश!
कालिदास बोले :- माते पानी पिला दीजिए बड़ा पुण्य होगा.
स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं. अपना परिचय दो।
मैं अवश्य पानी पिला दूंगी।
कालिदास ने कहा :- मैं पथिक हूँ, कृपया पानी पिला दें।
स्त्री बोली :- तुम पथिक कैसे हो सकते हो, पथिक तो केवल दो ही हैं सूर्य व चन्द्रमा, जो कभी रुकते नहीं हमेशा चलते रहते। तुम इनमें से कौन हो सत्य बताओ।
कालिदास ने कहा :- मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें।
स्त्री बोली :- तुम मेहमान कैसे हो सकते हो ? संसार में दो ही मेहमान हैं।
पहला धन और दूसरा यौवन। इन्हें जाने में समय नहीं लगता। सत्य बताओ कौन हो तुम ?
.
(अब तक के सारे तर्क से पराजित हताश तो हो ही चुके थे)
कालिदास बोले :- मैं सहनशील हूं। अब आप पानी पिला दें।
स्त्री ने कहा :- नहीं, सहनशील तो दो ही हैं। पहली, धरती जो पापी-पुण्यात्मा सबका बोझ सहती है। उसकी छाती चीरकर बीज बो देने से भी अनाज के भंडार देती है, दूसरे पेड़ जिनको पत्थर मारो फिर भी मीठे फल देते हैं। तुम सहनशील नहीं। सच बताओ तुम कौन हो ?
(कालिदास लगभग मूर्च्छा की स्थिति में आ गए और तर्क-वितर्क से झल्लाकर बोले)
कालिदास बोले :- मैं हठी हूँ ।
.
स्त्री बोली :- फिर असत्य. हठी तो दो ही हैं- पहला नख और दूसरे केश, कितना भी काटो बार-बार निकल आते हैं। सत्य कहें ब्राह्मण कौन हैं आप ?
(पूरी तरह अपमानित और पराजित हो चुके थे)
कालिदास ने कहा :- फिर तो मैं मूर्ख ही हूँ ।
.
स्त्री ने कहा :- नहीं तुम मूर्ख कैसे हो सकते हो।
मूर्ख दो ही हैं। पहला राजा जो बिना योग्यता के भी सब पर शासन करता है, और दूसरा दरबारी पंडित जो राजा को प्रसन्न करने के लिए ग़लत बात पर भी तर्क करके उसको सही सिद्ध करने की चेष्टा करता है।
(कुछ बोल न सकने की स्थिति में कालिदास वृद्धा के पैर पर गिर पड़े और पानी की याचना में गिड़गिड़ाने लगे)
वृद्धा ने कहा :- उठो वत्स ! (आवाज़ सुनकर कालिदास ने ऊपर देखा तो साक्षात माता सरस्वती वहां खड़ी थी, कालिदास पुनः नतमस्तक हो गए)
माता ने कहा :- शिक्षा से ज्ञान आता है न कि अहंकार । तूने शिक्षा के बल पर प्राप्त मान और प्रतिष्ठा को ही अपनी उपलब्धि मान लिया और अहंकार कर बैठे इसलिए मुझे तुम्हारे चक्षु खोलने के लिए ये स्वांग करना पड़ा।
.
कालिदास को अपनी गलती समझ में आ गई और भरपेट पानी पीकर वे आगे चल पड़े।
शिक्षा :-
विद्वत्ता पर कभी घमण्ड न करें, यही घमण्ड विद्वत्ता को नष्ट कर देता है।
दो चीजों को कभी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए.....
अन्न के कण को
"और"
आनंद के क्षण को...

सुप्रभात महानुभावों🙏🌹 जय श्री हरिॐ🙏🙏

जब सच पंडितजी बताते है और कहते है सनातन में सब है तो बहुतों के पेट मे मरोड़ उठता है और फिर पण्डितजी का विरोध वेटिकन से लेकर गल्फ तक होता है।

गर्व करो सनातन पे😊🙏

बड़ी शिकायत थी तुझसे ऐ ज़िन्दगी
लेकिन जब ये मंजर देखा तो सारी शिकायत छोड़ दी हमने.....💔😭

केजरीवाल सुनो मोदी जी ने दिल्ली को क्या दिया, सूची बहुत लम्बी है।
@ashishsood_bjp

अहंकार का नाश!
कालिदास बोले :- माते पानी पिला दीजिए बड़ा पुण्य होगा.
स्त्री बोली :- बेटा मैं तुम्हें जानती नहीं. अपना परिचय दो।
मैं अवश्य पानी पिला दूंगी।
कालिदास ने कहा :- मैं पथिक हूँ, कृपया पानी पिला दें।
स्त्री बोली :- तुम पथिक कैसे हो सकते हो, पथिक तो केवल दो ही हैं सूर्य व चन्द्रमा, जो कभी रुकते नहीं हमेशा चलते रहते। तुम इनमें से कौन हो सत्य बताओ।
कालिदास ने कहा :- मैं मेहमान हूँ, कृपया पानी पिला दें।
स्त्री बोली :- तुम मेहमान कैसे हो सकते हो ? संसार में दो ही मेहमान हैं।
पहला धन और दूसरा यौवन। इन्हें जाने में समय नहीं लगता। सत्य बताओ कौन हो तुम ?
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(अब तक के सारे तर्क से पराजित हताश तो हो ही चुके थे)
कालिदास बोले :- मैं सहनशील हूं। अब आप पानी पिला दें।
स्त्री ने कहा :- नहीं, सहनशील तो दो ही हैं। पहली, धरती जो पापी-पुण्यात्मा सबका बोझ सहती है। उसकी छाती चीरकर बीज बो देने से भी अनाज के भंडार देती है, दूसरे पेड़ जिनको पत्थर मारो फिर भी मीठे फल देते हैं। तुम सहनशील नहीं। सच बताओ तुम कौन हो ?
(कालिदास लगभग मूर्च्छा की स्थिति में आ गए और तर्क-वितर्क से झल्लाकर बोले)
कालिदास बोले :- मैं हठी हूँ ।
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स्त्री बोली :- फिर असत्य. हठी तो दो ही हैं- पहला नख और दूसरे केश, कितना भी काटो बार-बार निकल आते हैं। सत्य कहें ब्राह्मण कौन हैं आप ?
(पूरी तरह अपमानित और पराजित हो चुके थे)
कालिदास ने कहा :- फिर तो मैं मूर्ख ही हूँ ।
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स्त्री ने कहा :- नहीं तुम मूर्ख कैसे हो सकते हो।
मूर्ख दो ही हैं। पहला राजा जो बिना योग्यता के भी सब पर शासन करता है, और दूसरा दरबारी पंडित जो राजा को प्रसन्न करने के लिए ग़लत बात पर भी तर्क करके उसको सही सिद्ध करने की चेष्टा करता है।
(कुछ बोल न सकने की स्थिति में कालिदास वृद्धा के पैर पर गिर पड़े और पानी की याचना में गिड़गिड़ाने लगे)
वृद्धा ने कहा :- उठो वत्स ! (आवाज़ सुनकर कालिदास ने ऊपर देखा तो साक्षात माता सरस्वती वहां खड़ी थी, कालिदास पुनः नतमस्तक हो गए)
माता ने कहा :- शिक्षा से ज्ञान आता है न कि अहंकार । तूने शिक्षा के बल पर प्राप्त मान और प्रतिष्ठा को ही अपनी उपलब्धि मान लिया और अहंकार कर बैठे इसलिए मुझे तुम्हारे चक्षु खोलने के लिए ये स्वांग करना पड़ा।
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कालिदास को अपनी गलती समझ में आ गई और भरपेट पानी पीकर वे आगे चल पड़े।
शिक्षा :-
विद्वत्ता पर कभी घमण्ड न करें, यही घमण्ड विद्वत्ता को नष्ट कर देता है।
दो चीजों को कभी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए.....
अन्न के कण को
"और"
आनंद के क्षण को...

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The global Internet of Nanothings (IoNT) market according to the most recent analysis from Emergen Research, size is anticipated to reach USD 46.09 billion in 2028 and post a revenue CAGR of 22.1% throughout the projection period. The emergence of nanotechnology and growing IoNT use across numerous industries, including aerospace & military, healthcare & life science, and others, are important factors fueling the expansion of the global IoNT market. The Emergen Research report, "Global Internet of Nanothings Market Report," provides a comprehensive analysis of the Internet of Nanothings market, taking into account all of the important variables influencing the sector's development.

The most recent research study includes a thorough examination of the micro- and macroeconomic aspects that affect the growth of the global market from 2021 to 2028. The global market for the Internet of Nanothings is anticipated to grow at a remarkable CAGR of 22.1% over the forecast period, from USD 9.32 billion in 2021 to USD 46.09 billion in 2028. The Internet of Nanothings market research provides graphic descriptions of the current trends, as well as a wide range of development possibilities, significant drivers, obstacles, and other important factors.
https://www.emergenresearch.co....m/industry-report/in

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The Global Spatial Augmented Reality Market research study published by Emergen Research is an a large and analytical collection of data about the spatial augmented reality market. The rapid adoption of 5G and edge computing technologies in spatial augmented reality and to support human-computer interface (HCI) activities internationally has been the consequence of increasing initiatives by governments and private tech businesses. The healthcare sector (for drug development and to solve difficult surgical procedures) and the building business (to better understand complex architectural designs) are also predicted to see a surge in demand for AR applications over the course of the projection year.
The research includes a segmentation of the spatial augmented reality market as well as a thorough breakdown of the market's size in terms of revenue and volume. The market scenario for spatial augmented reality is thoroughly covered in the report for both the current time frame and the forecast period of 2021–2028. Every industry vertical, segment, end-use industry, application, and region is thoroughly examined in the Spatial Augmented Reality market study in terms of historical, current, and forecast revenues.
https://www.emergenresearch.co....m/industry-report/sp

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The new report titled ‘Global Protein Chip Market’, published by Emergen Research, is systematically vetted by our team of analysts, with an eye toward the reader's comprehension, and containing a substantial database of industry distribution. To accurately forecast the worldwide Protein Chip market outlook throughout the anticipated time period, the study closely examines historical and contemporary market situations (2022-203. According to the most recent report by Emergen Research, the worldwide protein chip market size is anticipated to reach USD 1370.49 Million in 2030, with a consistent revenue CAGR of 7.5%. The rising incidence of cancer around the world is one of the factors contributing to the protein chip market's revenue growth.

Functional study is necessary to understand the complex and heterogeneous character of cancer, one of the most burdensome diseases. A sophisticated device called a microarray enables simultaneous diagnosis of thousands of genes or RNA products on a single platform. A significant tool for cancer research and diagnosis, proteome chip technology is a novel high-throughput method for examining a large number of proteins.
https://www.emergenresearch.co....m/industry-report/pr

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The Global Plant-Based Food & Beverages Alternatives Market is estimated to be valued USD 32.29 billion by 2027, per a recent Emergen Research research. Growing demand for a meat and dairy substitute made from plants among lactose intolerant people and other patients with illnesses that prevent them from eating meat are some of the main reasons affecting the industry. The research includes a thorough analysis of the key drivers, restraints, opportunities, restrictions, threats, and micro- and macroeconomic factors that affect the market for plant-based food and beverage alternatives.
The current market environment and the underlying development possibilities are thoroughly examined in the research. The research includes a well-organized database of the market dynamics for plant-based foods and beverages, which aids industry analysts in estimating the rate of expansion of the global market over the anticipated time frame. As a result, the report, released by Emergen Research, is a thorough compilation of the essential elements of the plant-based food and beverage alternatives market, including the major market segments, the top competitors, their company profiles, pricing strategies, production capabilities, revenue generation plans, technological advancements, and many others.
https://www.emergenresearch.co....m/industry-report/pl

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