अब इराक के पुरातत्वविदों ने 4500 साल पुराने गिरसू के शहर में (सनातन)संस्कृति पर आधारित सुमेरियन मंदिर की खोज की।
कुछ समय पहले ही ईरान के पुरातत्वविदों ने 1800 साल पुराने सासानी साम्राज्य के अग्नि(ज्वाला) मंदिर को खोज निकला।
वही अरब पुरातत्वविदों ने रियाद में 8000 साल पुराने मंदिरो और यज्ञ वेदियो की खोज की।
ऐसे ही मिस्र में भी पुरातत्वविदों ने खोये हुए ५ सूर्य मंदिरो में से 4,500 साल पुराने २ मंदिरो के अवशेषों को खोज निकला।
पुरातत्वविदों की खोजो से स्पस्ट है मानव निर्मित इस्लाम मजहब के 7वी सदी(1400 साल पहले) जन्म लेने से पूर्व, ईरान, इराक और अरब के निवासी हवन, पूजन व कर्मकांड करते थे अर्थात वे (सनातन)संस्कृति का पालन करते थे, इन तत्थ्यो के सामने आने के बाद अब ईरान, इराक और अरब में लोग सनातन धर्म और वेदो का अध्यन कर रहे है रूचि ले रहे है।
विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए सत्य को पहचाने और सनातन धर्म की और लौटे।
सनातन सभा का आयोजन संपूर्ण भारत के मंदिरो में हर शनिवार रात्रि ८ बजे(१५ मिनट के लिए) किया जा रहा है, आप भी आपने आसपास के मंदिरो में हर शनिवार रात्रि ८ बजे परमआनंद को देने वाली कल्याण करने वाली सनातन सभा का आवाहन कीजिये और सम्मिलित होइए। ५ मिनट ईश्वर की वंदना और १० मिनट किसी वृद्ध या सर्वमान्य व्यक्ति द्वारा सनातन धर्म की रक्षा एवं उसके उत्थान पर चर्चा करे।
