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जय श्री राम बुलाकी दास स्वामी गंगाशहर बीकानेर का सभी आदरणीय सदस्यों को राम राम सा
*सबसे बेहतरीन नजर वो है जो अपनी कमियों को देख सके..क्योंकि नींद तो रोज ही खुलती है..पर आँख कभी-कभी...इंसान की नियत क्या है..उसे खुद को छोड़ कर सब में कमी नजर आती है.. सब दिन कितनी भी बुराई करले थकेगा नही अच्छाई के दो शब्द निकलना मुश्किल हो जाते है कोई दूसरा आपकी बुराई गलती बताए तो सहन नही होता... ये नजरिया है देखने का कि हम किस में क्या देखते है, हमेशा याद रखना कमजोर इंसान दूसरो की बुराई ढूढता है, जो खुद सबल है योग्य है वो हमेशा सज्जनता से अच्छाई बयान करता है...!! जिस दिन आप खुद की कमजोरी समझ जाओगे उसी दिन से आप बेहतरीन इंसान बन जायेगे... दूसरो की बुराई करते रहने से बेहतर है कि खुद की कमजोरी को समझे... कोई भी बेहतरीन कामयाब इंसान हमेशा अच्छाई देखता है...कुछ गलतियों से सुधारने का सबक लेता है, आप को कोई कुछ आपके लिए बता रहा है तो उसे समझने की कोशिश करो... सम्पूर्ण इंसान सर्वगुण सम्पन्न कोई इंसान नही होता हर किसी में कोई कमी होती है आप को कामयाब बनना है तो किसी भी ईशान मेंअच्छाई खोजो और खुद में अपनी कमजोरी..