2 Jahre - übersetzen

बर्तन से पूरी तरह पोंछ कर खाना खाने वाले एक युवक के दोस्त उसका रोज मज़ाक उड़ाते थे।
एक ने उस युवक से पूछा - "तुम रोजाना बर्तन में एक कण भी क्यों नहीं छोड़ते?
बालक बोला इसके 3 कारण है।
1. यह मेरे #पिता के प्रति आदर है, जो इस भोजन को मेहनत से कमाए रूपयों से खरीद कर लाते हैं ।
2. ये मेरी #माँ के प्रति आदर है जो सुबह जल्दी उठकर बड़े चाव से इसे पकाती हैं।
3. यह आदर मेरे देश के उन #किसानो के प्रति है, जो खेतो में भूखे रहकर कड़ी मेहनत से इसे पैदा करते हैं।
इसलिए थाली में झूठा छोड़ना अपनी शान न समझे,
जितना आप अन्न बर्बाद करते हैं कई लोगों का पेट भर सकता है,
उतना ही ले थाली में, जो व्यर्थ न जाए नाली में 🙏

image
2 Jahre - übersetzen

true lines..

2 Jahre - übersetzen

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की सगाई की खूबसूरत तस्वीरें
नीता अंबानी ने ऐसे किया अपने नाखून का स्वागत

image
2 Jahre - übersetzen

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की सगाई की खूबसूरत तस्वीरें
नीता अंबानी ने ऐसे किया अपने नाखून का स्वागत

image
2 Jahre - übersetzen

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की सगाई की खूबसूरत तस्वीरें
नीता अंबानी ने ऐसे किया अपने नाखून का स्वागत

image
2 Jahre - übersetzen

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की सगाई की खूबसूरत तस्वीरें
नीता अंबानी ने ऐसे किया अपने नाखून का स्वागत

image
image
image

image

image
2 Jahre - übersetzen

😆 समाज में इसी तरह से लोगों का सहयोग मिलता है😀😀 😆
जब पहली बार सुपरफास्ट ट्रेन में चढ़ा।
सहयात्रियों से पूछने लगा, - गाजियाबाद कब आएगा ?
मुझे उतरना है।
सहयात्रियों ने बताया, *भाई, ये गाड़ी फास्ट ट्रैन है।
गाजियाबाद से गुजरेगी मगर रुकेगी नहीं।*
मैं घबरा गया।
सहयात्रियों ने समझाया, " घबराओ नहीं।
गाजियाबाद में ये ट्रेन रोज स्लो हो जाती है। तुम एक काम करो, गाजियाबाद में जैसे ही ट्रेन स्लो हो , तो तुम दौड़ते हुए प्लेटफॉर्म पर उतरना और फिर बिना रुके थोड़ी दूर तक, ट्रेन जिस दिशा में जा रही है, उसी दिशा में दौड़ते रहना। इससे तुम गिरोगे नहीं 😊👍
गाजियाबाद आने से पहले सहयात्रियों ने मुझे गेट पर खड़ा कर दिया। गाजियाबाद आते ही सिखाए अनुसार मैं प्लेटफार्म पर कूदा और कुछ अधिक ही तेजी से दौड़ गया।
इतना तेज दौड़ा कि अगले कोच तक जा पहुँचा। उस दुसरे कोच के यात्रियों में से, किसी ने मेरा हाथ पकड़ा तो किसी ने शर्ट पकड़ी और मुझे खींचकर ट्रेन में चढ़ा लिया। ट्रेन फिर गति पकड़ चुकी थी। सहयात्री मुझ से कहने लगे,
भाई, तेरा नसीब अच्छा है जो, ये गाड़ी तुझे मिल गई। ये फास्ट ट्रेन है, गाजियाबाद में तो रुकती ही नहीं । " 😁😁

image