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अपाहिज होने के बावजूद देश के लिए मैडल ले आई आज इस बेटी को किसी रील बनाने वाली लड़की से कम लाइक नहीं मिलने चाहिए , देखते आज कितने लाइक मिलते है ❤❤🙏
अवनि लेखरा, भारतीय खेल जगत का वह नाम है जो सच्चाई, साहस और संघर्ष की अद्वितीय मिसाल बन चुका है। उनके जीवन की कहानी संघर्ष से सफलता तक की प्रेरणादायक यात्रा है, जिसमें हर कदम पर सच्चाई और कठिन मेहनत की गाथा है।
अवनि का जन्म 8 नवंबर 2001 को जयपुर, राजस्थान में हुआ था। 2012 में, एक गंभीर कार दुर्घटना ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। इस दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट लगी, जिससे वे कमर से नीचे तक पैरालाइज हो गईं। इस हादसे ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय इसे अपनी ताकत बनाया।
अवनि ने अपनी मां से प्रेरित होकर शूटिंग की दुनिया में कदम रखा। 2015 में, उन्होंने शूटिंग को गंभीरता से लेना शुरू किया। उनके कोच, संदीप कुमार ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया। अवनि ने कड़ी मेहनत और समर्पण से इस खेल में महारत हासिल की।
अवनि लेखरा ने टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 इवेंट में स्वर्ण पदक जीता, जिससे वे पहली भारतीय महिला बनीं जिन्होंने पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा, उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन SH1 में कांस्य पदक भी हासिल किया।
अवनि की इन अद्वितीय उपलब्धियों के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें अर्जुन अवार्ड और खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया, जो भारतीय खेल जगत में सबसे बड़े सम्मान माने जाते हैं। ये पुरस्कार उनके अदम्य साहस, सच्ची मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रमाण हैं।
अवनि लेखरा की कहानी केवल एक खिलाड़ी की नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी लड़की की कहानी है जिसने अपनी सीमाओं को पार करके अपने सपनों को साकार किया। उनके जीवन की सच्चाई यह है कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों। उनकी यह यात्रा हमें सिखाती है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।
अवनि लेखरा की यह प्रेरणादायक कहानी हमें बताती है कि सच्ची मेहनत, दृढ़ संकल्प और अडिग विश्वास से हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं। उनकी यात्रा हर किसी के लिए एक प्रेरणा है और उनकी कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बनी रहेगी।
अवनि लेखरा को सलाम और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएँ! 🌟🎯🥇

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Press Coverage from Jhansi

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