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23 year old Tejaswin Shankar scripts history! First-ever high jump medal for India at #cwg2022 the medal rush continues for India
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KBC Junior: 'केबीसी जूनियर' में 1 करोड़ जीत चुके रवि सैनी कर रहे देश की सेवा, एमबीबीएस के बाद बने आईपीएस ऑफिसर
यह कहानी है देश के एक ऐसे होनहार बच्चे की जिसने अमिताभ बच्चन के होस्ट वाले 'कौन बनेगा करोड़पति जूनियर' में न केवल 1 करोड़ रुपये जीता बल्कि आज भी वह अपने काम से देश का नाम रौशन कर रहे हैं। 'कौन बनेगा करोड़पति' में शामिल होनेवाला हर कंटेस्टेंट वहां करोड़पति बनने का ख्वाब लेकर ही पहुंचता है। साल 2001 में भी ऐसा ही हुआ जब 14 साल का एक बच्चा 'केबीसी जूनियर' में पहुंचा। 14 साल के इस तेज तर्रार बच्चे ने पूछे गए 15 सवालों के सही जवाब देकर वहां से 1 करोड़ रुपये की राशि जीत ली थी। इस बच्चे का नाम था रवि सैनी, जिसने बाद में यूपीएससी की सिविल परीक्षा पास की और वह आईपीएस ऑफिसर बन गए।
'केबीसी जूनियर' में रवि सैनी ने जीता था 1 करोड़
रवि पढ़ाई में शुरू से ही काफी होशियार थे और पापा की तरह ही कुछ करना चाहते थे। रवि सैनी तब 10वीं क्लास में थे जब वह Kaun Banega Crorepati Junior में पहुंचे थे। बाद में सैनी ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वह 'केबीसी जूनियर' में सिर्फ इसलिए लक आजमाना चाहते थे कि उन्हें बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन से मिलना था। हालांकि, इस उम्र में यह बड़ी सफलता रवि के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार रहा।
हर हर शंभू गाने की मूल गायक ओडिसा की रहने वाली ये सनातनी बेटी #अभिलिप्सा_पांडा है
और उपलब्धि प्रशंसा और शोहरत #फरमानी_नाज ले रही है। बेटी अभिलप्सा को उसका हक दीजिए। जिसने मेहनत की और जिस ने गाया है तो फिर प्रशंसा उपलब्धि और शोहरत की हकदार तो सनातनी बेटी अभिलप्सा पांडा है। जिस बेटी ने अपने महादेव का गीत गाया उसका सम्मान करने की बजाय सनातनी बेटी के गीत को कॉपी करने वाली फरमानी नाज को महिमामंडित करना इस मेहनती बेटी अभिलप्सा पांडा के साथ अन्याय है। मेरा फरमानी नाज से कोई विरोध नहीं है लेकिन जिस बेटी ने यह गीत गाया और जिस बेटी ने यह गीत बनाया उस बेटी को पीछे धकेल कर कॉपी पेस्ट फरमानी नाज को भांड मीडिया और एन्टी हिन्दू सोशल मीडिया चारों तरफ प्रमोट करना और असली गायक सनातनी बेटी दुनिया की आंखों से ओझल करना मुझे किसी षड्यंत्र का हिस्सा लगता है इसीलिए मैंने कहा है जिसने हर हर शंभू हिट गीत गाया है उस अभिलप्सा पांडा उड़ीसा की सनातनी बेटी को सम्मान और शोहरत दीजिए यह उसका हक है और उसकी सिर्फ वही हकदार है।
राजीव रिंकू चौधरी
Har Ghar Tiranga Abhiyan : नत्थे सिंह ने लालटेन की रोशनी में बनाया आजाद भारत का पहला तिरंगा, गजब है कहानी
Independence Day 2022: देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। बात अगर देश की आजादी की आती है तो क्रांतिधारा मेरठ का नाम सबसे पहले आता है। देश की आजादी की क्रांति का बिगुल इसी धरा से फूंका गया था और आजादी के बाद पहला तिरंगा भी इसी क्रांतिधरा पर बनाया गया था।
मेरठ: स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसबार 15 अगस्त को हर घर तिरंगा अभियान की अपील की है। प्रधानमंत्री की अपील के बाद यूपी में इस अभियान को लेकर तैयारियां तेज हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि तिरंगे की रूपरेखा भले ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पिंगली वेंकैया ने तैयार की थी, मगर आजाद भारत में राष्ट्रध्वज को अपने हाथों से तैयार करने वाले सबसे पहले व्यक्ति यूपी के नत्थे सिंह थे। आइए बताते हैं उनकी कहानी..
क्रांतिधरा मेरठ में बना था आज़ाद भारत का पहला तिरंगा
देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। बात अगर देश की आजादी की आती है तो क्रांतिधारा मेरठ का नाम सबसे पहले आता है। देश की आजादी की क्रांति का बिगुल इसी धरा से फूंका गया था और आजादी के बाद पहला तिरंगा भी इसी क्रांतिधरा पर बनाया गया था।
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नत्थे सिंह ने बनाया था आजाद भारत का पहला तिरंगा
1925 में जन्मे मेरठ के सुभाष नगर निवासी नत्थे सिंह ने आजाद भारत का पहला तिरंगा बनाया था। उस समय नत्थे सिंह की उम्र लगभग 22 वर्ष थी। उन्होंने तब से तिरंगा झंडा बनाने के काम को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया। नत्थे के साथ उनका परिवार भी तिरंगा बनाने के काम में जुट गया। साल 2019 में नत्थे सिंह इसी राष्ट्रभक्ति के कार्य को संपादित करते हुए परलोक सिधार गए।
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