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सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में राहुल गांधी कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए, कुछ सवालों के जवाब में कहा कि अपने लोगों से पूछ कर बताऊंगा
#rahulgandhi | #ed
महा मृत्युंजय मंत्र का अर्थ –
त्र्यंबकम् = त्रि-नेत्रों वाला, तीनों कालों में हमारी रक्षा करने वाले भगवान को
यजामहे = हम पूजते हैं, सम्मान करते हैं,
सुगंधिम = मीठी महक वाला, सुगन्धित
पुष्टिः = एक सुपोषित स्थिति, फलने-फूलने वाली
वर्धनम् = वह जो पोषण करता है, शक्ति देता है
उर्वारुकम् = ककड़ी
इव = जैसे, इस तरह
बन्धनात् = तना (लौकी का)
मृत्योः = मृत्यु से
मुक्षीय = हमें स्वतन्त्र करें, मुक्ति दें
मा = नहीं वंचित होएँ
अमृतात् = अमरता, मोक्ष के आनन्द से
इस मंत्र का अर्थ है –
हम भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिनके तीन नेत्र हैं, जो हर श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और पूरे जगत का पालन-पोषण करते हैं।
Maha mrityunjaya mantra meaning in english
We pray The Three-Eyed Lord Shiva who is fragrant and who increasingly nourishes the devotees. Worshipping him may we be liberated from death for the sake of immortality just as the ripe cucumber easily separates itself from the binding stalk.
महामृत्युंजय मंत्र की उत्पत्ति की कहानी –
महामृत्युंजय मंत्र की खोज मार्कंडेय ऋषि ने की थी। यह एक गुप्त मंत्र था, और इस मंत्र को जानने वाले दुनिया में केवल ऋषि मार्कंडेय ही थे। राजा दक्ष द्वारा श्राप दिए जाने पर चंद्रमा एक बार संकट में था। ऋषि मार्कंडेय ने दक्ष की पुत्री सती को चंद्रमा के लिए महामृत्युंजय मंत्र दिया। इस तरह यह मंत्र ज्ञात हुआ ।
महामृत्युंजय मंत्र जाप के फायदे –
महामृत्युंजय मंत्र को अकाल मृत्यु (समय से पहले मृत्यु) को हरने वाला मंत्र माना जाता है और यह किसी भय से जीवन रक्षक मंत्र है।
यह सबसे शक्तिशाली उपचार मंत्र है जिसे प्राचीन काल से अब तक अपनाया गया है। यह सभी समस्याओं को सबसे पहले दूर कर स्वास्थ्य, धन, शांति, समृद्धि या मोक्ष देने की शक्ति रखता है।
ऐसी मान्यता है की जब सभी चिकित्सा उपचार विफल हो जाए तो रोगी के चारों ओर मंत्र का जाप या जप करना उनके जीवन में चमत्कार करता है।
यह मंत्र जाप करने वाले के मन में सुख, शांति, शांति और चेतना लाता है।
इसे मोक्ष मंत्र भी कहा जाता है
भक्त को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है