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जब मैं इन खिलाड़ियों का वीडियो देखा जिसमें यह जीत का जश्न दिव्यांग की एक्टिंग करके कर रहे हैं तो सच कह रहा हूं मुझे लगा कि यह वीडियो डीप फेक वीडियो है कहीं मैं इस पोस्ट करके गलत तो नहीं कर रहा
लेकिन फिर जब कई लोगों ने इस वीडियो को ट्वीट किया तब मुझे विश्वास हो गया कि यह वीडियो डीप फेक नहीं था बल्कि असली था
इन सभी खिलाड़ियों को इस वीडियो के लिए माफी मांगना चाहिए
हमारे दिव्यांगजन भी हमारे जैसे हैं उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
जीत के जश्न मनाने के और भी नैतिक तरीके हैं भारतीय संस्कृति में कभी भी अनैतिक तरीके से जीत का जश्न नहीं मनाया जाता
जब मैं इन खिलाड़ियों का वीडियो देखा जिसमें यह जीत का जश्न दिव्यांग की एक्टिंग करके कर रहे हैं तो सच कह रहा हूं मुझे लगा कि यह वीडियो डीप फेक वीडियो है कहीं मैं इस पोस्ट करके गलत तो नहीं कर रहा
लेकिन फिर जब कई लोगों ने इस वीडियो को ट्वीट किया तब मुझे विश्वास हो गया कि यह वीडियो डीप फेक नहीं था बल्कि असली था
इन सभी खिलाड़ियों को इस वीडियो के लिए माफी मांगना चाहिए
हमारे दिव्यांगजन भी हमारे जैसे हैं उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
जीत के जश्न मनाने के और भी नैतिक तरीके हैं भारतीय संस्कृति में कभी भी अनैतिक तरीके से जीत का जश्न नहीं मनाया जाता
जब मैं इन खिलाड़ियों का वीडियो देखा जिसमें यह जीत का जश्न दिव्यांग की एक्टिंग करके कर रहे हैं तो सच कह रहा हूं मुझे लगा कि यह वीडियो डीप फेक वीडियो है कहीं मैं इस पोस्ट करके गलत तो नहीं कर रहा
लेकिन फिर जब कई लोगों ने इस वीडियो को ट्वीट किया तब मुझे विश्वास हो गया कि यह वीडियो डीप फेक नहीं था बल्कि असली था
इन सभी खिलाड़ियों को इस वीडियो के लिए माफी मांगना चाहिए
हमारे दिव्यांगजन भी हमारे जैसे हैं उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
जीत के जश्न मनाने के और भी नैतिक तरीके हैं भारतीय संस्कृति में कभी भी अनैतिक तरीके से जीत का जश्न नहीं मनाया जाता
जब मैं इन खिलाड़ियों का वीडियो देखा जिसमें यह जीत का जश्न दिव्यांग की एक्टिंग करके कर रहे हैं तो सच कह रहा हूं मुझे लगा कि यह वीडियो डीप फेक वीडियो है कहीं मैं इस पोस्ट करके गलत तो नहीं कर रहा
लेकिन फिर जब कई लोगों ने इस वीडियो को ट्वीट किया तब मुझे विश्वास हो गया कि यह वीडियो डीप फेक नहीं था बल्कि असली था
इन सभी खिलाड़ियों को इस वीडियो के लिए माफी मांगना चाहिए
हमारे दिव्यांगजन भी हमारे जैसे हैं उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए
जीत के जश्न मनाने के और भी नैतिक तरीके हैं भारतीय संस्कृति में कभी भी अनैतिक तरीके से जीत का जश्न नहीं मनाया जाता
तिहाड़ जेल प्रशासन का चौंकाने वाला खुलासा !
"केजरीवाल जानबूझकर वजन कम कर रहे, अक्सर घर का खाना लौटा देते हैं।"
झूठ बोलती पकड़ी गई आम आदमी पार्टी !
1 अप्रैल 2024 - केजरीवाल का वजन 65 KG था (जब केजरीवाल पहली बार जेल गए)
29 अप्रैल 2024 - केजरीवाल का वजन 66 KG हुआ (28 दिन जेल में बिताने के बाद)
9 अप्रैल 2024 - केजरीवाल का वजन 63.5 KG (जब प्रचार के लिए बाहर आए)
2 जून 2024 - केजरीवाल का वजन 63.5 KG (जब जेल में वापस सरेंडर किया)
14 जुलाई 2024 - केजरीवाल का वजन 61.5 KG
यानी केजरीवाल का वजन केवल 2 किलो घटा है, जबकि संजय सिंह झूठ बोल रहे हैं कि केजरीवाल का वजन 8.5 किलो घटा है।
यह महिला अनु टण्डन मुकेश अंबानी के हर पारिवारिक समारोह में दिखती है
इनकी कहानी भी बड़ी रहस्यमई है
मित्रों एक सच्चाई है कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में यदि किसी के पास 5000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है तो वह बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है
2011 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब एक ED के अधिकारी थे जिनका नाम था संदीप टंडन जो आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे
उनके नेतृत्व में रिलायंस हाउस तथा HSBC बैंक पर छापा मारा गया था और वहां से क्या बरामद हुआ क्या दस्तावेज मिले इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया
फिर एक हफ्ते के बाद खबर आई की संदीप टंडन ED की नौकरी छोड़कर रिलायंस में डायरेक्टर के पद पर ज्वाइन कर लिए
अब आप कल्पना करिए यदि मोदी सरकार में ED किसी बिजनेस हाउस पर छापा मार और छापे का नेतृत्व करने वाला उसका असिस्टेंट डायरेक्टर एक हफ्ते के बाद उसी कंपनी में डायरेक्ट बन जाए तो विपक्ष कितना हंगामा मचाएगी
खबर यह आई की रिलायंस में डायरेक्टर संदीप टंडन जिनकी पोस्टिंग मुंबई में थी उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में एक विला मिला था और वह 8 महीने से स्विट्जरलैंड के जरी के अपने विला में रहते थे
स्विट्जरलैंड की मीडिया में खबरें छपती थी कि उस वक्त मनमोहन सरकार के समय सोनिया गांधी रॉबर्ट वाड्रा प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी छुट्टिया मनाने ज्युरिक जाते थे तो संदीप टंडन के विला में ही रहते थे जिसे उन्हें मुकेश अंबानी और HSBC बैंक ने गिफ्ट में दिया था
फिर खबर आई कि संदीप टंडन अपने घर के बाथरूम में मृत पाए गए
फिर यह खबर आई की संदीप टंडन के रहस्यमई मौत के बावजूद उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया और भारतीय दूतावास ने आनन फानन में उनके शव को मुंबई भेज कर यहां अंतिम संस्कार करवा दिया गया
उसके बाद खबर यह आई की संदीप टंडन की विधवा पत्नी अनु टंडन को मुकेश अंबानी ने अपनी एक सॉफ्टवेयर कंपनी मोटिफ अनुदान में दे दिया
सेबी को यह बनाया गया कि यह हमारे कर्मचारी हमारे डायरेक्टर की विधवा है इसलिए इन्हें उनके पति के निधन पर उनकी पत्नी को यह कंपनी दिया गया जबकि वह उसे कंपनी की वैल्यू उसे वक्त 3000 करोड रुपए थी
उसके बाद फिर खबर मिली कि अनु टंडन को कांग्रेस ने उन्नाव से टिकट दिया है और उनके चुनाव प्रचार के लिए शाहरुख खान कैटरीना कैफ सलमान खान सहित पूरे बॉलीवुड को भेजा गया है
अनु टंडन एक बार सांसद रही उसके बाद दो बार फिर कांग्रेस ने टिकट दिया दोनों बार हार गई
अब आप सर खुजाते रहिए कड़ी से कड़ी मिलाते रहिए और सोचते रहिए की फिल्मों में जो कॉर्पोरेट और राजनेताओं का गठजोड़ दिखाया जाता है वह क्या है और कई बार सफेद पोस्ट नेता यह कहते हैं कि हम फलाने उद्योगपति के विवाह समारोह में नहीं जाएंगे लेकिन परदे के पीछे क्या खेल करते हैं उसे भी समझ जाइए
यह महिला अनु टण्डन मुकेश अंबानी के हर पारिवारिक समारोह में दिखती है
इनकी कहानी भी बड़ी रहस्यमई है
मित्रों एक सच्चाई है कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में यदि किसी के पास 5000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है तो वह बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है
2011 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब एक ED के अधिकारी थे जिनका नाम था संदीप टंडन जो आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे
उनके नेतृत्व में रिलायंस हाउस तथा HSBC बैंक पर छापा मारा गया था और वहां से क्या बरामद हुआ क्या दस्तावेज मिले इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया
फिर एक हफ्ते के बाद खबर आई की संदीप टंडन ED की नौकरी छोड़कर रिलायंस में डायरेक्टर के पद पर ज्वाइन कर लिए
अब आप कल्पना करिए यदि मोदी सरकार में ED किसी बिजनेस हाउस पर छापा मार और छापे का नेतृत्व करने वाला उसका असिस्टेंट डायरेक्टर एक हफ्ते के बाद उसी कंपनी में डायरेक्ट बन जाए तो विपक्ष कितना हंगामा मचाएगी
खबर यह आई की रिलायंस में डायरेक्टर संदीप टंडन जिनकी पोस्टिंग मुंबई में थी उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में एक विला मिला था और वह 8 महीने से स्विट्जरलैंड के जरी के अपने विला में रहते थे
स्विट्जरलैंड की मीडिया में खबरें छपती थी कि उस वक्त मनमोहन सरकार के समय सोनिया गांधी रॉबर्ट वाड्रा प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी छुट्टिया मनाने ज्युरिक जाते थे तो संदीप टंडन के विला में ही रहते थे जिसे उन्हें मुकेश अंबानी और HSBC बैंक ने गिफ्ट में दिया था
फिर खबर आई कि संदीप टंडन अपने घर के बाथरूम में मृत पाए गए
फिर यह खबर आई की संदीप टंडन के रहस्यमई मौत के बावजूद उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया और भारतीय दूतावास ने आनन फानन में उनके शव को मुंबई भेज कर यहां अंतिम संस्कार करवा दिया गया
उसके बाद खबर यह आई की संदीप टंडन की विधवा पत्नी अनु टंडन को मुकेश अंबानी ने अपनी एक सॉफ्टवेयर कंपनी मोटिफ अनुदान में दे दिया
सेबी को यह बनाया गया कि यह हमारे कर्मचारी हमारे डायरेक्टर की विधवा है इसलिए इन्हें उनके पति के निधन पर उनकी पत्नी को यह कंपनी दिया गया जबकि वह उसे कंपनी की वैल्यू उसे वक्त 3000 करोड रुपए थी
उसके बाद फिर खबर मिली कि अनु टंडन को कांग्रेस ने उन्नाव से टिकट दिया है और उनके चुनाव प्रचार के लिए शाहरुख खान कैटरीना कैफ सलमान खान सहित पूरे बॉलीवुड को भेजा गया है
अनु टंडन एक बार सांसद रही उसके बाद दो बार फिर कांग्रेस ने टिकट दिया दोनों बार हार गई
अब आप सर खुजाते रहिए कड़ी से कड़ी मिलाते रहिए और सोचते रहिए की फिल्मों में जो कॉर्पोरेट और राजनेताओं का गठजोड़ दिखाया जाता है वह क्या है और कई बार सफेद पोस्ट नेता यह कहते हैं कि हम फलाने उद्योगपति के विवाह समारोह में नहीं जाएंगे लेकिन परदे के पीछे क्या खेल करते हैं उसे भी समझ जाइए
यह महिला अनु टण्डन मुकेश अंबानी के हर पारिवारिक समारोह में दिखती है
इनकी कहानी भी बड़ी रहस्यमई है
मित्रों एक सच्चाई है कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में यदि किसी के पास 5000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है तो वह बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है
2011 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब एक ED के अधिकारी थे जिनका नाम था संदीप टंडन जो आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे
उनके नेतृत्व में रिलायंस हाउस तथा HSBC बैंक पर छापा मारा गया था और वहां से क्या बरामद हुआ क्या दस्तावेज मिले इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया
फिर एक हफ्ते के बाद खबर आई की संदीप टंडन ED की नौकरी छोड़कर रिलायंस में डायरेक्टर के पद पर ज्वाइन कर लिए
अब आप कल्पना करिए यदि मोदी सरकार में ED किसी बिजनेस हाउस पर छापा मार और छापे का नेतृत्व करने वाला उसका असिस्टेंट डायरेक्टर एक हफ्ते के बाद उसी कंपनी में डायरेक्ट बन जाए तो विपक्ष कितना हंगामा मचाएगी
खबर यह आई की रिलायंस में डायरेक्टर संदीप टंडन जिनकी पोस्टिंग मुंबई में थी उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में एक विला मिला था और वह 8 महीने से स्विट्जरलैंड के जरी के अपने विला में रहते थे
स्विट्जरलैंड की मीडिया में खबरें छपती थी कि उस वक्त मनमोहन सरकार के समय सोनिया गांधी रॉबर्ट वाड्रा प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी छुट्टिया मनाने ज्युरिक जाते थे तो संदीप टंडन के विला में ही रहते थे जिसे उन्हें मुकेश अंबानी और HSBC बैंक ने गिफ्ट में दिया था
फिर खबर आई कि संदीप टंडन अपने घर के बाथरूम में मृत पाए गए
फिर यह खबर आई की संदीप टंडन के रहस्यमई मौत के बावजूद उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया और भारतीय दूतावास ने आनन फानन में उनके शव को मुंबई भेज कर यहां अंतिम संस्कार करवा दिया गया
उसके बाद खबर यह आई की संदीप टंडन की विधवा पत्नी अनु टंडन को मुकेश अंबानी ने अपनी एक सॉफ्टवेयर कंपनी मोटिफ अनुदान में दे दिया
सेबी को यह बनाया गया कि यह हमारे कर्मचारी हमारे डायरेक्टर की विधवा है इसलिए इन्हें उनके पति के निधन पर उनकी पत्नी को यह कंपनी दिया गया जबकि वह उसे कंपनी की वैल्यू उसे वक्त 3000 करोड रुपए थी
उसके बाद फिर खबर मिली कि अनु टंडन को कांग्रेस ने उन्नाव से टिकट दिया है और उनके चुनाव प्रचार के लिए शाहरुख खान कैटरीना कैफ सलमान खान सहित पूरे बॉलीवुड को भेजा गया है
अनु टंडन एक बार सांसद रही उसके बाद दो बार फिर कांग्रेस ने टिकट दिया दोनों बार हार गई
अब आप सर खुजाते रहिए कड़ी से कड़ी मिलाते रहिए और सोचते रहिए की फिल्मों में जो कॉर्पोरेट और राजनेताओं का गठजोड़ दिखाया जाता है वह क्या है और कई बार सफेद पोस्ट नेता यह कहते हैं कि हम फलाने उद्योगपति के विवाह समारोह में नहीं जाएंगे लेकिन परदे के पीछे क्या खेल करते हैं उसे भी समझ जाइए
यह महिला अनु टण्डन मुकेश अंबानी के हर पारिवारिक समारोह में दिखती है
इनकी कहानी भी बड़ी रहस्यमई है
मित्रों एक सच्चाई है कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में यदि किसी के पास 5000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है तो वह बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है
2011 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब एक ED के अधिकारी थे जिनका नाम था संदीप टंडन जो आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे
उनके नेतृत्व में रिलायंस हाउस तथा HSBC बैंक पर छापा मारा गया था और वहां से क्या बरामद हुआ क्या दस्तावेज मिले इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया
फिर एक हफ्ते के बाद खबर आई की संदीप टंडन ED की नौकरी छोड़कर रिलायंस में डायरेक्टर के पद पर ज्वाइन कर लिए
अब आप कल्पना करिए यदि मोदी सरकार में ED किसी बिजनेस हाउस पर छापा मार और छापे का नेतृत्व करने वाला उसका असिस्टेंट डायरेक्टर एक हफ्ते के बाद उसी कंपनी में डायरेक्ट बन जाए तो विपक्ष कितना हंगामा मचाएगी
खबर यह आई की रिलायंस में डायरेक्टर संदीप टंडन जिनकी पोस्टिंग मुंबई में थी उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में एक विला मिला था और वह 8 महीने से स्विट्जरलैंड के जरी के अपने विला में रहते थे
स्विट्जरलैंड की मीडिया में खबरें छपती थी कि उस वक्त मनमोहन सरकार के समय सोनिया गांधी रॉबर्ट वाड्रा प्रियंका वाड्रा राहुल गांधी छुट्टिया मनाने ज्युरिक जाते थे तो संदीप टंडन के विला में ही रहते थे जिसे उन्हें मुकेश अंबानी और HSBC बैंक ने गिफ्ट में दिया था
फिर खबर आई कि संदीप टंडन अपने घर के बाथरूम में मृत पाए गए
फिर यह खबर आई की संदीप टंडन के रहस्यमई मौत के बावजूद उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया और भारतीय दूतावास ने आनन फानन में उनके शव को मुंबई भेज कर यहां अंतिम संस्कार करवा दिया गया
उसके बाद खबर यह आई की संदीप टंडन की विधवा पत्नी अनु टंडन को मुकेश अंबानी ने अपनी एक सॉफ्टवेयर कंपनी मोटिफ अनुदान में दे दिया
सेबी को यह बनाया गया कि यह हमारे कर्मचारी हमारे डायरेक्टर की विधवा है इसलिए इन्हें उनके पति के निधन पर उनकी पत्नी को यह कंपनी दिया गया जबकि वह उसे कंपनी की वैल्यू उसे वक्त 3000 करोड रुपए थी
उसके बाद फिर खबर मिली कि अनु टंडन को कांग्रेस ने उन्नाव से टिकट दिया है और उनके चुनाव प्रचार के लिए शाहरुख खान कैटरीना कैफ सलमान खान सहित पूरे बॉलीवुड को भेजा गया है
अनु टंडन एक बार सांसद रही उसके बाद दो बार फिर कांग्रेस ने टिकट दिया दोनों बार हार गई
अब आप सर खुजाते रहिए कड़ी से कड़ी मिलाते रहिए और सोचते रहिए की फिल्मों में जो कॉर्पोरेट और राजनेताओं का गठजोड़ दिखाया जाता है वह क्या है और कई बार सफेद पोस्ट नेता यह कहते हैं कि हम फलाने उद्योगपति के विवाह समारोह में नहीं जाएंगे लेकिन परदे के पीछे क्या खेल करते हैं उसे भी समझ जाइए